सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी समाहरणालय में रविवार को उस समय अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब एक पीड़ित परिवार आत्मदाह करने के लिये समाहरणालय परिसर पहुंच गया. पीड़ित परिवार को आत्मदाह करने से रोकने के लिए वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी.


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सीतामढ़ी समाहरणालय में एक पीड़ित परिवार 10 दिनों से न्याय की गुहार लेकर धरने पर बैठे थे. लेकिन उनकी बात नहीं सुनी जा रही थी. इसी दौरान पीड़ित परिवार ने आत्मदाह की धमकी दी. जिसके बावजूद प्रसासन की ओर से उसकी नहीं सुनी गई. जिसके बाद रविवार को समाहरणालय में आत्मदाह करने के लिए पहुंच गए.


वहीं, आत्मदाह की सूचना से पुलिस और प्रशासन के कान खड़े हो गए. परिसर में अफरातफरी मच गई. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद पीड़ित परिवार को आत्मदाह करने से रोकने में सफल हुई. आत्मदाह करने वाले शक्स से पुलिस ने किरोसीन तेल का डब्बा और माचिस को भी बरामद किया है.


दरअसल, पीड़ित शक्स एससी-एसटी मामले मे पिछले लंबे अरसे से कार्रवाई की मांग कर रहा था. सिंगवाहिनी पंचायत की मुखिया रीतू जायसवाल और उनके समर्थको द्वारा घर मे घुस कर मारपीट करने की शिकायत की गई थी. और इंसाफ की गुहार लगाई गई. लेकिन कुछ नहीं कार्रवाई की गई.


पीड़ित परिवार सीतामढ़ी के डीएम और एसपी पर मामले में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा रहे थे. कार्रवाई नही होने की हालत मे पिछले 10 जून को पीड़ित परिवार धरने पर बैठा था और आत्मदाह का अल्टीमेटम दिया था. वहीं अब इस घटना के बाद पुलिस कुछ भी बोलने से इनकार कर रही है.