झारखंड की बच्चियों की संघर्ष की कहानी, जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में जीता मेडल

Aug 17, 2022, 19:05 PM IST

हॉकी खिलाड़ी निक्की प्रधान मिट्टी के घर में रहती हैं. उनके टॉयलट और बाथरूम में सही दरवाजे तक नहीं हैं. हॉकी खिलाड़ी संगीता का परिवार इतना गरीब है कि उनके घर में एक अदद टीवी तक नहीं था, जिसपर उनका परिवार उन्हें खेलते हुए देख सके. हॉकी खिलाड़ी सिमडेगा की सलीमा भी कच्चे मकान में रहती हैं. घर में टीवी तक नहीं. लॉन बॉल खिलाड़ी रूपा रांची के आरके आनंद स्टेडियम में खुद के खर्चे पर प्रैक्टिस करती थीं. यही हाल टीम के बाकी खिलाड़ियों का था-वो अपने खर्चे पर बर्मिंघम गईं.

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