सामा चाकेवा: जानिए बिहार के मैथिली भाषी लोगों के एक प्रसिद्ध त्योहार के बारे में
Wed, 26 Oct 2022-5:55 pm,
उक्त पुराण में वर्णित साम की कथा का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि द्वारकाधीश श्री कृष्ण की साम नाम की एक पुत्री थी, जिसकी माता का नाम जाम्बवती और भाई का नाम सांबा था और उनके पति का नाम चक्रवाक था. चुडक नाम के एक शूद्र ने वृंदावन में ऋषियों के साथ श्री कृष्ण के सामने साम का अनुचित आरोप लगाया, जिसके कारण श्री कृष्ण क्रोधित हो गए और उन्होंने समा को पक्षी बनने का श्राप दे दिया और उसके बाद साम एक पक्षी के रूप में वृंदावन में उड़ने लगे. समा के भाई साम्ब, जो इस अवसर पर कहीं और रहने के कारण अनुपस्थित थे और जब वह वापस आ गए, अपनी बहन की खबर सुनकर दुखी हो गए. लेकिन श्रीकृष्ण का श्राप व्यर्थ नहीं जाने वाला था. इसलिए उन्होंने घोर तपस्या करके अपने पिता श्रीकृष्ण को फिर से प्रसन्न किया और उनके वरदान के प्रभाव से इन पक्षियों ने फिर से अपना दिव्य शरीर धारण किया और अपना निवास स्थान प्राप्त किया