फतेहाबाद समारोह से ममता, केजरीवाल और कांग्रेस के गायब रहने का मतलब

Sep 26, 2022, 22:44 PM IST

एकजुट विपक्ष (Opposition Unity) की तरफ नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक कदम और बढ़ाया लेकिन मंजिल तक पहुंचने के लिए जितनी दूरी नापने की जरूरत है उससे कोसों दूर नजर आ रहे हैं. हरियाणा के फतेहाबाद में मंच पर जो तस्वीर दिखी वो यही सियासी पिक्चर दिखाती है. इस रैली में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के साथ इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के नेता ओपी चौटाला, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल, सीताराम येचुरी जैसे नेता नजर आए. मौका पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के 109वें जन्मदिन समारोह का था. मंच से तेजस्वी और नीतीश ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. नीतीश ने एक बार फिर विपक्ष से अपील की कि 2024 के लिए सभी दल एकजुट हो जाएं. शरद पवार ने भी हुंकार भरी कि 2024 में केंद्र की सरकार को लोकतांत्रिक तरीके से बदल देंगे. लेकिन रैली के बाद बीजेपी नेता सुशील मोदी (Sushil Modi) ने एकजुट विपक्ष की कोशिशों के तहत इस मंच की समस्याओं के बारे में बात की.

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