सरहुल झारखंड का एक प्रमुख आदिवासी त्योहार है जिसे खासतौर पर सरना धर्म के लोग मनाते हैं. यह त्योहार वसंत ऋतु की शुरुआत का संकेत देता है. सरहुल के दौरान पेड़-पौधों की पूजा की जाती है.
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Aug 25, 2024
फगुआ (होली) त्योहार
होली का त्योहार झारखंड में रंग और उमंग के साथ मनाया जाता है. इसे फगुआ भी कहा जाता है. लोग एक-दूसरे पर रंग डालकर नाच-गाकर इसे खुशी के साथ मनाते हैं.
टुसू परब
यह हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है. जो पूरे भारत में मनाया जाता है. झारखंड में भी इसे धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन विशेष रूप से तिल और गुड़ से बने पकवान बनाए जाते हैं.
सोहराई
यह त्योहार दीपावली के समय मनाया जाता है और इसे खेती से जुड़ा हुआ माना जाता है. सोहराई में गाय और बैल की पूजा की जाती है और घरों को सजाया जाता है.
करम पूजा
करम पूजा आदिवासी समुदाय के लिए एक खास त्योहार है. जिसमें लोग खेती की अच्छी फसल के लिए करम पेड़ की पूजा करते हैं. इस दिन लोग गीत और नृत्य के साथ त्योहार मनाते हैं
माघी
माघ महीने में मनाया जाने वाला यह त्योहार आदिवासियों के बीच विशेष महत्व रखता है. इसमें लोग अपने पूर्वजों की याद में पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं.
बाहा पर्व
एक आदिवासी त्योहार है. जिसे फूलों का पर्व भी कहा जाता है. इस दिन लोग सखुआ के फूलों की पूजा करते हैं. और धरती की खुशहाली की कामना करते हैं.
बंदना पर्व
यह त्योहार विशेष रूप से झारखंड के आदिवासी समुदाय के बीच मनाया जाता है. इसमें मवेशियों की पूजा की जाती है और उनके स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए प्रार्थना की जाती है. यह त्योहार फसल कटाई के समय आता है.