Famous Tourist Places of Darbhanga: दरभंगा के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
May 17, 2024
Darbhanga Maharaj Fort
दरभंगा महाराज किला जिला के सबसे अच्छे और प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है. इसकी स्थापना दरभंगा महाराज महेश ठाकुर द्वारा करवाया गया था. आजादी से पहले निर्मित ये किला 85 एकड़ जमीन पर बना है और 90 फीट ऊंचा है.
Laxmeshwar Singh Museum
लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय उन लोगों के लिए एक अच्छा पर्यटन स्थल है जिन्हें प्राचीन वस्तु और इतिहास के बारे में जानकारी हासिल करना पसंद है. इसकी स्थापना 1977 में की गई थी. इस संग्रहालय में दरभंगा महाराज के वंशज शुभेश्वर सिंह की दान की गई दुर्लभ कलाकृतियां एवं राज से संबंधित वस्तुएं रखी गई है.
Shyama Mai Temple
दरभंगा महाराज के वंशज राजा रामेश्वर सिंह के चीता पर बना यह मंदिर जिला के लोकप्रिय स्थानों में से एक हैं. मिथिला विश्वविद्यालय के परिसर में बना श्यामा माई मंदिर अपनी सौदीकर और इतिहास के लिए काफी विख्यात है. इसकी स्थापना आजादी से पहले 1933 में हुई थी.
Catholic Church
दरभंगा रेलवे स्टेशन से महज 1 किमी दूरी पर स्थित कैथोलिक चर्च का स्थापना 1891 में हुआ था. इस चर्च को होली रोजरी चर्च भी कहा जाता है. यह चर्च ईसाई और पादरियों के लिए प्रशिक्षण का केंद्र हुआ करता था. आज भी यह दरभंगा के पर्यटन स्थलों में से एक है.
Darbhanga Tower Mosque
दरभंगा रेलवे स्टेशन से सिर्फ 2 किमी की दूरी पर स्थित दरभंगा टावर मस्जिद मुसलमानों के लिए जिला में सबसे बड़े इबादतगाह में से एक है. पास ही सूफी संत मखदूम बाबा की मजार है, यह मजार हिंदू और मुसलमान दोनों के लिए इबादत स्थल है.
Darbhanga Gurudwara
दरभंगा के मिर्जापुर में स्थित गुरुद्वारा सिख धर्म के लोगों के लिए बहुत बड़ी धर्म स्थली है. यहां हर साल गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर लंगर का आयोजन किया जाता है.
Ahilya Ashtan
अहिल्या दरभंगा जिला के जाले प्रखंड में स्थित है. पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि गौतम की धर्म पत्नी देवी अहिल्या पति के श्राप के कारण शिलाखंड में परिवर्तित हो गई थी. तब भगवान श्री राम की चरण धूलि के स्पर्श से उनका उद्धार हुआ. इसलिए दरभंगा जिला के लिए यह स्थान एक प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल है, जिसे रामायण से जुड़ने का भी गौरव प्राप्त है.
Kusheshwar Asthan
दरभंगा का कुशेश्वर स्थान मंदिर मिथिला में बाबा धाम के नाम से प्रचलित है. इस मंदिर में उत्तर बिहार, नेपाल तथा झारखण्ड तक के भक्त गण पूजा करने के लिए आते है. हिंदू श्रद्धालुओं के लिए यह मंदिर आस्था का बहुत बड़ा केंद्र है.