बिहार सरकार अब राज्य में फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए पहल कर रही है. इसके लिए सरकार किसानों को सब्सिडी भी प्रदान कर रही है.
PUSHPENDER KUMAR
May 27, 2024
Mango Banana And Coconut Cultivation
बिहार सरकार अब किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए और उनके दिशा में बढ़ते रुझान को देखते हुए आम, केला और नारियल की खेती को बढ़ावा देने का प्रोत्साहन कर रही है.
Bihar Horticulture Department
किसानों को प्रेरित करने के लिए उद्यान विभाग लगातार पहल कर रहा है. इस साल उद्यान विभाग का अधिक ध्यान आम, केला और नारियल की खेती पर है.
Farmers of Darbhanga District
विभाग का लक्ष्य है कि दरभंगा जिले के किसानों को केला, आम और नारियल की खेती कराना है.
Coconut Farming
जिले में पहली बार नारियल की खेती को बढ़ावा देने के लिए नारियल विकास योजना के अंतर्गत काम हो रहा है और इस योजना की तैयारी भी की जा रही है. इन जिलों में 45 हेक्टेयर में आम और केला की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है.
Coconut Development Scheme
नारियल विकास योजना के तहत उद्यान विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष में जिले में आठ सौ नारियल के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है.
Nariyal Farming
सहायक निदेशक उद्यान नीरज कुमार झा ने बताया कि जिले में नारियल के पौधों को किसानों को subsidized rate पर दिया जाएगा. ये पौधे उन किसानों को मिलेंगे जो अपने घर के आस-पास या अपनी जमीन में कम से कम पांच पौधे लगाना चाहते हैं.
Agriculture in Bihar
साथ ही बता दें कि जो किसान अपने खेतों में नारियल की खेती करना चाहते हैं, उन्हें योजना का लाभ लेने के लिए पिछले दो साल का land rent receipt लानी होगी.
Farming
एक पौधे की कीमत लगभग 85 रुपये रखी गई है, जिसमें किसानों को 75 प्रतिशत (लगभग 63.35 रुपये) का अनुदान मिलेगा.
CM Horticulture Mission Scheme
मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में 25 हेक्टेयर में आम और 20 हेक्टेयर में केले की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है.
Mango Cultivation
आम की खेती करने में एक यूनिट का खर्च 60 हजार रुपया निर्धारित किया गया है. इसमें किसान को 75 फीसदी का अनुदान मिलेगा.
Mango Farming
आम की खेती करने वाले किसानों को पहली किस्त में 33,750 रुपये और दूसरी किस्त में 11,250 रुपये दिए जाएंगे.
Subsidy on Coconut Farming
एक हेक्टेयर में किसानों को लगाने के लिए 1500 पौधे दिए जाएंगे, जबकि प्रति एकड़ की दर से 800 पौधा किसानों को दिए जाएंगे.