भगवान विष्णु को अनंत, पुरुषोत्तम, माधव, गोविंद, दामोदर, के नामों से भी जाना जाता है.
क्यों कहते है नारायण
एक पौराणिक कथा के अनुसार पानी का जन्म भगवान विष्णु के पैरों से हुआ है. पानी को “नीर” या “नर” भी कहा जाता है. भगवान विष्णु भी जल में निवास करते हैं. इसलिए “नर” शब्द से उनका नारायण नाम पड़ा है.
सबसे सृष्टि
विष्णु और महेश में भगवान विष्णु को सृष्टि का पालनहार माना जाता है.
नारायण का संबंध
नारायण का संबंध जल से है. ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु बैकुंठ धाम में क्षीर सागर के अतल में वास करते हैं.
पुराणों के अनुसार
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु को उनके सर्वाधिक प्रिय भक्त देवर्षि नारद नारायण कहकर पुकारा करते थे.
हरि का अर्थ
भगवान विष्णु सृष्टि के पालनकर्ता हैं, इसलिए उनके कष्टों को हरने वाला यानी हरी कहते हैं.
Disclaimer:
यहां दी गई जानकारी सूचनाओं और मान्यताओं पर आधारित है. ज़ी बिहार झारखंड इसकी पुष्टि नहीं करता.