कैसे से शुरू बड़े मंगल मनाने की परंपरा?

May 28, 2024

बड़े मंगल मनाने की परंपरा

ठीक होने पर हनुमान मंदिर में भेंट किया था चांदी का सितारा और ध्वज, उसी के बाद शुरू हुई बड़े मंगल मनाने की परंपरा.

महंत रामदास के मुताबिक

महंत रामदास के मुताबिक, अवध के नवाब वाजिद अली शाह असाध्य रोग से पीड़ित थे, उनकी बेगम ने लखनऊ के अलीगंज प्राचीन हनुमान मंदिर में मनौती मानी थी.

पौराणिक महत्व

बड़े मंगल का पौराणिक महत्व ग्रंथों में नहीं मिलता है.

18 जून

चौथा बड़ा मंगल 18 जून को होगा.

11 जून

तीसरा बड़ा मंगल 11 जून को है.

दूसरा बड़ा मंगल

दूसरा बड़ा मंगल 4 जून को पड़ रहा है.

पहला बड़ा मंगल

पहला बड़ा मंगल आज यानी 28 मई को पड़ रहा है.

नवाब वाजिद अली शाह

बड़े मंगल की शुरुआत भी नवाब वाजिद अली शाह करवाया था.

हनुमान मंदिर

नवाब वाजिद अली शाह ने अलीगंज स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में कराया था भंडारा.

चार बड़े मंगल

इस साल चार बड़े मंगल पड़ेंगे. बड़े मंगल को बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा.

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