Origin of Saree

भारत में शादीशुदा महिलाओं के लिए साड़ी को सबसे बेहतरीन परिधान के रूप में माना जाता है. इसे भारतीय संस्कृति से भी जोड़ा जाता है.

Gangesh Thakur
Sep 17, 2023

Origin of Saree

किसी भी साड़ी पहनी महिला को कहीं भी देखा जाता है तो उसे भारतीयता से जोड़ दिया जाता है.

Origin of Saree

शादी-ब्याह से लेकर तीज-त्योहार या कोई भी सांस्कृतिक उत्सव हो भारतीय महिलाएं आपको साड़ी पहने सजी संवरी नजर आ जाएंगी.

Origin of Saree

साड़ी का संस्कृत अर्थ देखा जाए तो आपको पता चलेगा कि इसका मतलब 'कपड़े की पट्टी' होता है.

Origin of Saree

कपड़े बुनाई की कला 2800-1800 ईसा पूर्व के दौरान मेसोपोटामियन सभ्यता से भारत आई थी यह इतिहासकारों का मानना है.

Origin of Saree

सिंधु घाटी सभ्यता में भी महिलाओं के द्वारा कमर के चारों ओर कपड़े की लंबाई पहनने की शैली विकसित हुई थी.

Origin of Saree

मौर्य और सुंग काल में आयताकार साड़ी नुमा कपड़ा इस्तेमाल हुआ करता था, जो केवल नीचले भाग को ढंकने के काम आता था.

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मुगल काल में इसमें बड़ा बदलाव हुआ, साड़ियों की लंबाई में भी इजाफा हुआ और परिधान परिपूर्ण हो गया.

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