Tribal Foods: आदिवासियों के फेमस डिश के बारे में जानते हैं आप?

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 18, 2023

कांसा थाली में परोसे जाते

चाहे वह बाजरे की रोटी हो या महनी या तेलिया माछ, ये व्यंजन ज्यादातर पत्तल कटोरे या दोना या यहां तक ​​कि कांसा थाली में परोसे जाते हैं.

चावल को नहीं भूलना चाहिए

असम के ओनला वांगखारी में चावल का आटा और चिकन स्टू एक बोहो प्रधान व्यंजन है. डंग पो या उबले हुए चावल को नहीं भूलना चाहिए.

चावल की खेती प्रचुर मात्रा

जबकि उत्तर-पूर्व में चावल की खेती प्रचुर मात्रा में देखी जाती है. मेघालय में जादोह व्यंजन खाया जाता है, जो सुअर के जिगर से बनाया जाता है.

झारखंड की जनजातियों की बात

झारखंड की जनजातियों की बात करें तो वे अपने रोजाना के भोजन के हिस्से के रूप में मक्का, बाजरा, कई साग, बांस के अंकुर और कुलथी दाल का दावा करते हैं.

रागी पकौड़े और मड़वा की रोटियां

झारखंड के रागी पकौड़े और मड़वा की रोटियां और तमिलनाडु की रागी इडली और डोसा धीरे-धीरे अपनी पहचान बना रहे हैं.

वन क्षेत्र से खाद्य पदार्थ

जंगली फलों, जड़ों से आदिवासी ज्यादातर वन क्षेत्र से खाद्य पदार्थ इकट्ठा करके अपना जीवन यापन कर रहे है.

पिसे हुए चावल से बना डीप-फ्राइड स्नैक

चाहे वह धुस्का (पिसे हुए चावल से बना डीप-फ्राइड स्नैक) थपड़ी रोटी, मटन के साथ खपरा रोटी हो, ये व्यंजन खाते हैं.

आदिवासी व्यंजनों की विशेषता

व्यंजनों की सादगी, पारंपरिक खाना पकाने के तरीकों का उपयोग आदिवासी व्यंजनों की विशेषता है.

विरासत व्यंजन

आदिवासियों के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक भोजन है. उनके व्यंजनों को विरासत व्यंजन कहा जा सकता है.

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