फारबिसगंज: अस्पताल में महिलाओं ने कराया प्रसव, डॉक्टर से लेकर एएनएम तक रहे नदारद
रानीगंज रेफरल अस्पताल में आज सुबह एएनएम की लापरवाही से प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को बिना जांच किए ही निजी नर्सिंग होम ले जाने का आदेश दे दिया गया.
फारबिसगंज: बिहार के फारबिसगंज के रानीगंज रेफरल अस्पताल से मानवता को शर्मसार करने वाली एक खबर सामने आई है. रानीगंज रेफरल अस्पताल में आज सुबह एएनएम की लापरवाही से प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को बिना जांच किए ही निजी नर्सिंग होम ले जाने का आदेश दे दिया गया.
पीड़ित महिला के पति के मुताबिक एएनएम ने पहले दो हजार रुपये की मांग की और नहीं देने पर अस्पताल में एडमिट नहीं किया और रेफर कर दिया. जिसके बाद पीड़ित महिला के परिजन महिला को कहीं और लेकर जा रहे थे तभी रेफरल अस्पताल परिसर में ही महिला को तेज दर्द हुआ.
तेज दर्द जिसके बाद अस्पताल परिसर में मौजूद महिलाओं ने साड़ी का परदा बना कर सड़क पर ही महिला का सुरक्षित प्रसव कराया और महिला ने तीन बच्चे को जन्म दिया. हैरत की बात ये है कि रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी वाई पी सिंह के सामने साड़ी टांग कर महिलाओं ने प्रसव कराया लेकिन किसी भी एएनएम ने देखने की कोशिश तक नहीं की.
हालांकि उसके बाद खानापूर्ति करते हुए अस्पताल प्रभारी डॉ वाई पी सिंह ने ड्यूटी पर तैनात एएनएम अस्मिता को तत्काल लेबर रूम की ड्यूटी से हटाने का आदेश दे दिया. वहीं पीड़ित महिला के परिजनों में काफी आक्रोश है.