पटना: आईजीआईएमएस में आउट सोर्स पर बहाल कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की. मानदेय वृद्धि समेत अन्य सुविधाओं के इजाफे को लेकर ये आईजीआईएमएस अटेंडेंट ने निदेशक के खिलाफ नारेबाजी की. हंगामे के कारण काफी देर तक आईजीआईएमएस में काम ठप भी हो गया. 


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नारेबाजी कर रहे हैं कर्मियों ने बताया कि उनका वेतन सालों से नहीं बढ़ा है. यही नहीं आईजीआईएमएस ने बिना बताए वेतन भी काट लिया है. एक दिन की छुट्टी में उनको वेतन काट लिया जाता है. 


उन्होंने कहा है कि साप्ताहिक छुट्टी भी नहीं मिलती. हम निदेशक से मांग कर रहें है कि वो हमारी वेतन बढ़ाये. एम्स के तर्ज पर उनका वेतन मिले. एम्स में 20 से 40 हजार रुपये वेतन है. लेकिन हमें मात्र आठ हजार रुपये मिलता है.


आईजीआईएमएस सुपरिटेंडेंट मनीष मण्डल ने नारेबाजी कर रहें कर्मी को शांत कराया. उनकी समस्याओं को सुना और उसे हल करने का आश्वाशन दिया. मनीष मंडल के आश्वासन पर सभी कर्मी शांत हुए और काम पर लौट आए. 


आईजीआईएमएस सुपरिटेंडेंट ने बताया कि ये तमाम कर्मी आउट सोर्स पर बहाल हैं. आउट सोर्स करने वाली कम्पनी का कार्यकाल 3 सालों का है. इन लड़कों से पता चला है कि कम्पनी इन्हें काफी कम वेतन पर काम करवा रहीं है. इनकी मांगो को देखते हुए नई कंपनी के साथ समझौता के समय ध्यान देंगे. हर संवर्ग से एक-एक प्रतिनिधि बुलाकर सुखाव लेंगे कि आपकी क्या जरूरत है. इसके बाद नई एजेंसी के साथ एकरारनामा करेंगे. उन्होंने कहा कि ये हमारे बैक बॉन हैं.