Bihar RJD Leader White House: बिहार में आरजेडी नेता और पूर्व विधायक अरुण यादव की चर्चा इन दिनों काफी गर्म है. इसका कारण है उन पर चल रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की बड़ी कार्रवाई. ईडी ने अरुण यादव और उनके परिवार से जुड़ी 46 संपत्तियों को जब्त कर लिया है. जिनकी कुल कीमत लगभग 21 करोड़ 38 लाख रुपये बताई जा रही है. इस कार्रवाई के बाद अरुण यादव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की गंभीरता और बढ़ गई है.


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ईडी की जांच और महल की जब्ती


ईडी की जांच में यह सामने आया कि अरुण यादव और उनके परिवार ने 2014-15 से 2022-23 के बीच विभिन्न स्थानों पर कृषि भूमि खरीदी, जिनमें दानापुर में चार महंगे फ्लैट और पटना के पाटलिपुत्र कॉलोनी में एक कीमती कमर्शियल लैंड शामिल है. लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा उनके भोजपुर जिले के अगिआंव गांव में स्थित आलीशान महल की हो रही है, जिसे ईडी ने जब्त कर लिया है. इस महल को उन्होंने अपने साम्राज्य का केंद्र बना रखा था, जहां समर्थकों का जमावड़ा हमेशा लगा रहता था. महल की कीमत करोड़ों में है और इसे "व्हाइट हाउस" नाम से जाना जाता है, जो अपने चमचमाती सफेदी, शानदार इमारत और गाड़ियों के काफिले के कारण काफी चर्चित रहा है.


अवैध रेत खनन और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप


ईडी के अनुसार अरुण यादव पर आरोप है कि वह अवैध रेत खनन के कारोबार में शामिल थे. उनके बैंक खातों में बड़ी रकम जमा की गई थी, जिसका कोई वैध आधार नहीं था. इसके अलावा जांच में यह भी पाया गया कि इन संपत्तियों के बारे में कोई ठोस विवरण नहीं था. और संभवतः यह धन मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इकट्ठा किया गया था. ईडी ने इन आरोपों को लेकर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है और अब इस मामले में आगे की जांच जारी है.


'घर को जब्त करने की अफवाह'


ईडी की कार्रवाई के बाद अरुण यादव ने इन आरोपों को नकारते हुए इसे एक अफवाह बताया. उन्होंने दावा किया कि उनके महल को जब्त करने की बात पूरी तरह से गलत है और ईडी ने ऐसा कुछ नहीं किया है जैसा मीडिया में बताया जा रहा है. हालांकि, उनके महल के बारे में ईडी का बयान साफ है कि यह संपत्ति जब्त कर ली गई है, और अब अरुण यादव की सफाई पर सवाल उठ रहे हैं.


सफेद महल का रंग भी सवालों के घेरे में


अरुण यादव के महल की सफेदी ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया था, जिसमें सफेद घोड़ा, सफेद गाड़ियां और खुद महल का रंग भी सफेद था. लेकिन अब जब्त की गई प्रॉपर्टी और ईडी की कार्रवाई के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या अरुण यादव ने इस आलीशान जीवनशैली के पीछे कोई काले खेल को छिपाया है.