Chhattisgarh Naxal Attack: शहीदों के परिजनों को मिलेगी 80 लाख रुपये की सहायता, परिवार के एक सदस्य को नौकरी
Chhattisgarh Naxal Attack: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर क्षेत्र में शनिवार को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 22 जवान शहीद हो गए और 31 अन्य जवान घायल हैं. शहीद पुलिस अधिकारियों और जवानों को 80 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी.
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ (Chhattisgarh Naxal Attack) में शहीद पुलिस अधिकारियों और जवानों को 80 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी. परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी मिलेगी. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने आर्थिक सहायता और अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए हैं.
प्रक्रिया जल्द होगी पूरी
आर्थिक सहायता के तहत छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattishgarh Government) द्वारा विशेष अनुग्रह अनुदान, सामूहिक विकल्प विशेष अनुदान, शहीद सम्मान निधि, समूह बीमा राशि और अन्य आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी. केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल के शहीद अधिकारियों और जवानों के परिवारजनों को अनुकंपा नियुक्ति और अन्य आर्थिक सहायता के संबंध में अग्रिम कार्रवाई अर्द्ध सैनिक बल द्वारा की जाएगी. छत्तीसगढ़ सरकार के अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ (Sukma Encounter) में केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल के शहीद पुलिस अधिकारियों और जवानों के परिवारों को राज्य शासन द्वारा विशेष अनुग्रह अनुदान तथा सामूहिक बीमा विकल्प विशेष अनुदान राशि के रूप में कुल 45.40 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.
22 जवान शहीद, 31 घायल
बता दें, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 22 जवान शहीद हो गए और 31 अन्य जवान घायल हुए हैं. मृतकों में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के सात जवान, सीआरपीएफ के बस्तरिया बटालियन का एक जवान, डीआरजी के आठ जवान और एसटीएफ के छह जवान शामिल हैं.
शाह ने बढ़ाया जवानों का हौसला
इस बीच सोमवार को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सली हमले के दो दिनों बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) धुर नक्सल प्रभावित बासागुडा पहुंचे और उन्होंने यहां सुरक्षा बल के जवानों का हौसला बढ़ाया. केंद्रीय गृह मंत्री राजधानी रायपुर से लगभग 450 किलोमीटर दूर इस नक्सल प्रभावित गांव में सीआरपीएफ का 168वीं बटालियन का कैंप है. शाह ने जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया. इस बटालियन के जवानों ने शनिवार को नक्सल विरोधी अभियान में हिस्सा लिया था.
'बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा'
अमित शाह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा,'आज मुझे गर्व हो रहा है कि आपने बहादुरी के साथ घंटों तक लड़ाई लड़कर जिनके साथ लड़ाई हुई उनके दांत खट्टे कर दिए. इस अभियान के दौरान हमारे कुछ साथी शहीद हुए हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन के उन सभी शहीद जवानों को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की ओर से, मेरी ओर से और देश की जनता की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.' शाह ने कहा, जवानों के सर्वोच्च बलिदान को यह देश कभी भूल नहीं सकता है. जो लोग गए हैं उनके परिवारों के प्रति भी पूरे देश की सहानुभूति है. पूरा देश चट्टान की तरह उनके साथ खड़ा है. आपके साथियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
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