नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को छठी पंक्ति में सीट दिए जाने पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच घमासान शुरू हो गया है. कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद पहले कांग्रेस ने केंद्र सरकार की आलोचना की और अब बीजेपी ने पार्टी की आपत्ति को खारिज कर दिया है. शनिवार को बीजेपी ने कहा कि राहुल खुद को अति विशिष्ट व्यक्ति मानते है, जिन्हें हर जगह आगे रखना अतिआवश्यक है. बीजेपी ने राहुल के साथ ठीक उसी तरह व्यवहार किया है जैसा कांग्रेस ने उसके साथ किया था, जब वह सत्ता में हुआ करती थी.


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जैसी करनी वैसी भरनी
शनिवार को बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में भी थी, तब उन्होंने बीजेपी नेताओं के साथ ऐसा ही व्यवहार किया था. पर जब गणतंत्र दिवस के अवसर पर राहुल को छठी पंक्ति में जगह दी गई तो पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया. बीजेपी ने हैरानी जताते हुए कहा कि राहुल को जब प्रोटोकॉल के मुताबिक सीट आवंटित की गई तो इतना शोर-शराबा क्यों हो रहा है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्हा राव ने शनिवार को कांग्रेस की आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि 133 साल के शानदार इतिहास का दावा करने वाली पार्टी पर यह जंचता नहीं है.


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राहुल गांधी खुद को मानते हैं सुपर वीवीआईपी
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो राजनाथ सिंह जैसे नेताओं और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्षों के साथ इसी तरह का व्यवहार किया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘हमने कभी इसे मुद्दा नहीं बनाया. हमने लोकतंत्र की भावना से काम किया, जबकि आप 133 साल शानदार इतिहास का दावा करते हैं. अगर यह हमारी लोकतांत्रिक भावना या लोकतंत्र को लेकर समझ है तो यह कांग्रेस के लिए शर्मनाक है.’’ राव ने कहा देश में कांग्रेस का शासन नहीं है लेकिन गांधी खुद को ‘‘सुपर वीवीआईपी’’ मानते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी ने लोकतंत्र का उसकी सच्ची भावना से और सभी नियम एवं कानूनों को मानते हुए अनुसरण किया. बीजेपी की न्याय में विश्वास करने वाली पार्टी बताते हुए उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी मूल्यों में भरोसा रखती है. हम केवल कानून, नियम और परंपरा का पालन नहीं करते बल्कि नेताओं और विपक्षी नेताओं का सम्मान भी सुनिश्चित करते हैं.