हिन्दुत्व पर बयान से भड़की बीजेपी, संबित बोले- इच्छाधारी हिन्दू हैं राहुल गांधी
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हिन्दू और हिन्दुत्व पर प्रहार करना कांग्रेस का चरित्र है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस वही पार्टी है जिसकी ओर से भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया गया था.
नई दिल्ली: सलमान खुर्शीद की नई किताब 'सनराइज ओवर अयोध्या' को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है. पहले इस किताब को लेकर विवाद था और इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान से सियासी उफान आ गया है जिसमें उन्होंने RSS की विचारधारा पर हमला बोलते हुए हिन्दू धर्म और हिन्दुत्व को अलग बताया है. बीजेपी की ओर से राहुल गांधी पर पलटवार किया गया है.
'राहुल का बयान हिन्दुओं पर प्रहार'
पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हिन्दू और हिन्दुत्व पर प्रहार करना कांग्रेस का चरित्र है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस वही पार्टी है जिसकी ओर से भगवा आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया गया था. साथ ही उन्होंने राहुल के बयान को हिन्दुओं पर प्रहार बताया है. संबित ने कहा कि एक वक्त था जब कहा था संस्कृति की वजह से बलात्कार होते हैं.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस हमेशा वोट बैंक की राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से भरसक प्रयास हुआ था कि राम मंदिर की सुनवाई को कोर्ट में टाल दिया जाए. राहुल ने ही कहा था कि मंदिर जाने वाले लड़कियां छेड़ते हैं. सोनिया जी की पार्टी ने भगवान राम के लिए हलफनामा दिया था. इन लोगों ने भारत का संविधान नहीं पढ़ा है, उपनिषद तो बहुत दूर की बात है.
कांग्रेस को माफ नहीं करेगी जनता
संबित पात्रा ने कहा कि राहुल का बयान 130 करोड़ जनता के खिलाफ है और उन्हीं के कहने पर सलमान खुर्शीद ने बयान दिया था. पात्रा ने कहा कि गांधी परिवार के इशारे पर ही कांग्रेस के नेता हिन्दुओं के खिलाफ ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं ताकि देश में हिन्दुओं के खिलाफ माहौल बनाया जा सके.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी इच्छाधारी हिन्दू हैं क्योंकि अगर वह हिन्दू दर्शन समझते तो इस तरह की गालियां न निकालते. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नियत क बारे में हिंदुस्तान को पता है और भारत की संस्कृति को जो लोगा इस तरह के शब्दों से अलंकृत करते है उन्हें जनता कभी माफ नहीं करेगी.
क्या था राहुल का बयान
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में दो विचारधाराएं हैं. एक कांग्रेस और एक आरएसएस की. आरएसएस की विचारधारा नफरत फैलाने की है जबकि कांग्रेस की विचारधारा प्यार की है. उन्होंने कहा कि विचारधारा की ट्रेनिंग होनी चाहिए. हम अपनी विचारधारा देशभर में फैलाएंगे.