BJP ने Odisha में BJD को घेरने के लिए बनाई रणनीति, कहा- राज्य में हो रही है पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्याएं
बीजेपी ने वर्ष 2024 में ओडिशा (Odisha) में विधान सभा चुनाव जीतने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. पार्टी का कहना है कि बीजद (BJD) के शासनकाल में राज्य तरक्की की दौड़ में पिछड़ गया है.
भुवनेश्वर: हमेशा चुनावी मोड में रहने वाली बीजेपी (BJP) एक बार फिर दूसरी पार्टियों से एक कदम आगे की सोचकर चल रही है. बीजेपी ने ओडिशा (Odisha) में 2024 में होने वाले विधान सभा चुनाव पर फोकस करते हुए नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) सरकार को घेरने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है.
'नवीन पटनायक सरकार को घेरने की रणनीति'
राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बन चुकी बीजेपी (BJP) ने रविवार को अपनी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक की. इस बैठक में पार्टी के केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सारंगी भी शामिल हुए. बैठक में आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के साथ सीमा विवाद से लेकर राज्य में राजनीतिक हिंसा जैसे कई मुद्दों पर बीजद (BJD) सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की गई. बैठक में तीन राजनीतिक मसौदे पारित कर लोगों का विश्वास जीतने का खाका तैयार किया गया. धर्मेंद्र प्रधान ने पार्टी कार्यकर्ताओं से मतदाताओं तक अपनी पहुंच बढ़ाने की अपील की. उन्होंने भरोसा जताया कि राज्य में अगली सरकार बीजेपी की बनेगी.
'BJD कार्यालय जैसे बने हुए हैं पुलिस थाने'
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष भृगु बक्शीपात्र ने कहा, ‘राज्य में 550 पुलिस थाने BJD के पार्टी कार्यालय के तौर पर काम कर रहे हैं. पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल की तरह ही ओडिशा (Odisha) में भी राजनीतिक हिंसा हो रही है. कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने राज्य में बीजेपी के 16 कार्यकर्ताओं की हत्या का अब तक खुलासा नहीं किया है.’उन्होंने आरोप लगाया कि BJD सरकार सौंदर्यीकरण के नाम पर भुवनेश्वर और पुरी में स्मारकों को तबाह कर रही है.
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'राज्य में बीजेपी की दाल नहीं गलने वाली'
बीजेपी (BJP) के आरोपों को खारिज करते हुए BJD नेता शशि भूषण बेहरा ने कहा,‘भाजपा पिछले दो दशक से ओडिशा (Odisha) में संघर्ष कर रही है. फिर भी हर बार लोगों ने उसे खारिज किया है. इस बार भी उसे राज्य में खाली हाथ रहना पड़ेगा.’ बता दें कि ओडिशा में 2019 में हुए लोकसभा और विधान सभा के चुनाव एक साथ हुए थे. इन चुनावों में बीजेपी ने लोक सभा में 8 सीटें जीतीं थीं. वहीं विधान सभा चुनाव में उसे 22 सीटों पर जीत मिली थी.
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