मुंबई/कोलकाता: बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद सियासी हिंसा के बीच ममता बनर्जी ने तीसरी बार सूबे की मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. मुख्यमंत्री बनते ही ममता ने कहा कि अब तक आचार संहिता की वजह से कानून व्यवस्था चुनाव आयोग देख रहा था लेकिन अब राज्य में जारी हिंसा को रोकना हमारी प्रथामिकता है.


हिंसा के खिलाफ BJP का धरना


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इस बीच कोलकाता समेत देश के कई राज्यों में बंगाल हिंसा के खिलाफ बीजेपी प्रदर्शन कर रही है. मुंबई में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने धरना देकर टीएमसी का विरोध जताया और अपने कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाकर ममत बनर्जी पर निशाना साधा. पार्टी विधायक आशीष शेलार ने इस दौरान ममता को खूनी बताया है.


बीजेपी विधायक आशीष शेलार ने कहा कि बंगाल में जो हिंसा का तांडव चल रहा है उसके विरोध में पूरे भारत में विरोध हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि बंगाल में बीजेपी के कार्यकर्ताओं और हिन्दुओं पर हमले हो रहे हैं. साथ ही बीजेपी के वोटर्स और टीएमसी के विरोधियों के साथ हिंसा हो रही है.



 


उन्होंने कहा कि बंगाल की हिंसा पर कांग्रेस और वामपंथी मुंह पर पट्टी बांध कर बैठे हैं. शेलार ने कहा कि हमारा संकल्प संविधान की रक्षा करना है. उन्होंने कहा कि सोनार बंगाल कायम होने तक हम इस आंदोलन को जारी रखेंगे.


सियासी हिंसा खत्म करेंगे: नड्डा


उधर, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बंगाल के दौरे पर हैं. उन्होंने कोलकाता में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिस पर दूसरों की रक्षा की जिम्मेदारी है वही लोग इस हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि वह शपथ ले सकते हैं लेकिन हम भी बंगाल से सियासी हिंसा के खात्मे की शपथ लेते हैं.


बंगाल प्रभारी और बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में प्रायोजित हिंसा हो रही है, ममता जी और उनके भतीजे के संरक्षण में ये हिंसा हो रही है. प्रदेश के अंदर शांति की स्थापना बहुत जरूरी है.