हरोरा: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को भाजपा पर लोगों को अपने बैंक खाते और मोबाइल नंबर को आधार क्रमांक से जुड़वाने के लिए बाध्य करके उनके निजी अधिकारों में ‘हस्तक्षेप करने’ का आरोप लगाया. उन्होंने यहां जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में कोई भी सरकार लोगों के निजी अधिकार ले नहीं सकती है क्योंकि इससे उनकी सुरक्षा से समझौता हो सकता है. अपने बैंक खाते और मोबाइल नंबर को आधार से नहीं जुड़वाने के अपने रुख को दोहराते हुए उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें मेरा मोबाइल नंबर बंद तो करने दीजिए. केंद्र लोगों को अपने बैंक खाते और मोबाइल नंबर को आधार क्रमांक से जुड़वाने के लिए बाध्य करके उनके निजी अधिकारों में ‘हस्तक्षेप कर’ रही है.’’


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बनर्जी ने कहा, ‘‘उन्हें यह यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी व्यक्ति के बैंक खातों को आधार क्रमांक से जोड़ने से उनके खातों की सुरक्षा प्रभावित न हो.’’ उन्होंने राजग पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘एक ऐसी सरकार है जो लोगों के लाभ के लिए काम करने के बजाय भाषण देने में ज्यादा व्यस्त रहती है.’’ मुख्यमंत्री ने भाजपा पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया और उनके पक्षपात होने के भाजपा के आरोप को पूर्णत: बेबुनियाद बताया.


ममता बनर्जी ने फिर कहा, Aadhaar संख्या जोड़ना समस्याओं से भरा


इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते मंगलवार (21 नवंबर) को भी आधार संख्या जोड़ने और निजी जानकारियों को सरकारी वेबसाइटों पर खुलासा करने की आलोचना की थी और इसे समस्याओं से भरा बताया था. बनर्जी ने ट्वीट किया था, "आधार को लिंक करना बहु़त दिक्कतों भरा है. आधार कार्ड के नाम पर 210 सरकारी वेबसाइटों पर जानकारियां साझा की जा रही हैं. यह व्यक्तिगत आजादी, समाज और देश के लिए खतरनाक है. सभी गोपनीय जानकारियां सार्वजनिक हो रही हैं. कुछ लोग गलत काम करने के बावजूद खुशी महसूस कर रहे हैं."