Udaipur Kainhaiya Lal Murder: कन्हैया केस के आरोपियों के BJP से संबंध, CM अशोक गहलोत ने लगाया बड़ा आरोप
Udaipur Kanhaiya Lal Murder News: राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल मर्डर के आरोपियों को लेकर हो रहे खुलासों के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने बीजेपी (BJP) पर हमला बोलते हुए गंभीर आरोप लगाया है.
Ashok Gehlot on Udaipur Kanhaiya Lal Murder: उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड के सभी सात आरोपियों को आज यानी मंगलवार को जयपुर में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. विशेष लोक अभियोजक टीपी शर्मा ने बताया कि कोर्ट ने आरोपियों को 12 जुलाई तक के लिए एनआईए की हिरासत में भेजा था. इन आरोपियों को मंगलवार को फिर अदालत में पेश किया जाएगा.
कन्हैया के 'हत्यारों' के बीजेपी नेताओं से संबंध
एक ओर इस हत्याकांड को लेकर हिंदूवादी संगठनों में आक्रोश है. वहीं इस संवेदनशील मामले को लेकर राजस्थान में जमकर सियासत भी हो रही है. इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने मीडिया से बातचीत में कहा की मुख्य आरोपी के संबंध किससे थे अब यह जगजाहिर है. पहले के मामलों में कौन इन्हें बचाने की कोशिश कर रहा था यह तथ्य भी खुलकर सामने आ चुका है.
अशोक गहलोत का बयान
गहलोत ने इस मामले को लेकर कहा, 'वैसे तो सोशल मीडिया के माध्यम से इस मामले पर काफी कुछ कह दिया गया है. किस प्रकार से जो मुख्य अभियुक्त हैं उनके किसके साथ संबंध हैं. बीजेपी के नेताओं के साथ किस लेवल के संबंध हैं सबको मालूम है. रोज कुछ न कुछ खबरें आती हैं. अभी हाल ही में खबर आई थी कि अभियुक्त जिस मकान में रहते थे उसका मालिक भी मुस्लिम था. उसने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि ये लोग तंग करते हैं पता नहीं कौन-कौन से लोग इनके घर आते हैं, मुझे धमकाते हैं और किराया भी नहीं देते हैं. पुलिस कुछ कार्रवाई करती उससे पहले बीजेपी नेताओं ने थाने में फोन घुमाते हुए कहा ये हमारा कार्यकर्ता है इसे तंग मत करो. तो ये हाल है राजस्थान के अंदर इतना बड़ा जघन्य अपराध हुया. वो अपराधी किसकी गोद में बैठे हुए हैं ये जगजाहिर है. इसका जवाब उनको देना चाहिए और स्थिति साफ करनी चाहिए.'
28 जून को हुई थी हत्या
गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर विवादास्पद पोस्ट को लेकर 28 जून को रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी थी. इस मामले में इन दोनों के अलावा मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली और फरहाद मोहम्मद शेख को गिरफ्तार किया था. इन सभी को अलग-अलग दिन अदालत में पेश किया गया लेकिन एनआईए ने इन्हें 12 जुलाई तक हिरासत में भेजने की मांग की, ताकि इन्हें एक साथ अदालत में पेश किया जा सके.