नई दिल्ली: बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी (BJP MP Locket Chatterjee) ने पश्चिम बंगाल (West Bengal) की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उसकी तुलना कश्मीर (Kashmir) से की है. हुगली के सांसद चटर्जी ने बुधवार को लोकसभा में बोलते हुए तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर जानकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि तेलीनिपारा सांप्रदायिक विवाद सहित राज्य में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर होने वाले हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल कश्मीर में बदल रहा है. 


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हुगली जिले के तेलीनिपारा क्षेत्र में मई में सांप्रदायिक हिंसा (Telinipara communal clashes) हुई थी. इस बारे में बोलते हुए बीजेपी सांसद ने कहा, ‘दंगे तीन दिनों तक चलते रहे. लॉकडाउन अवधि के दौरान एक विशेष समुदाय ने कोरोना वायरस परीक्षण से गुजरने से इनकार कर दिया और फिर विवाद ने दंगे का रूप ले लिया. आज पश्चिम बंगाल में जो हालात हैं, उन्हें देखकर मुझे दुख के साथ यह कहना पड़ रहा है कि राज्य कश्मीर बनता जा रहा है’.


'नाम लूंगी, तो सांप्रदायिक कहलाऊंगी'  
लॉकेट चटर्जी ने सत्तारूढ़ TMC पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि हिंसा के दौरान लोगों ने बाहर से बम जमा कर रहे थे. दंगाइयों ने जमकर लूटपाट, महिलाओं के साथ मारपीट की और मंदिर को भी नुकसान पहुंचाया. बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह और मैंने वहां जाने की कोशिश की, लेकिन हमें इसकी अनुमति नहीं दी गई. डीएम, कमिश्नर अपने घर पर नहीं थे. इस हिंसा में टीएमसी नेता भी शामिल थे, अगर मैं उनके नाम लेती हूं तो पार्टी कहेगी कि मैं सांप्रदायिक हूं.



पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी को निशाने पर लेते हुए चटर्जी ने कहा कि वे लोग अपनी जेब भर रहे हैं, लेकिन उनके तुष्टिकरण की सजा आम जनता को चुकानी पड़ रही है.


ऐसे भड़की थी हिंसा
तेलीनिपारा इलाके में उस वक्त साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी. जब कुछ लोगों ने एक समुदाय को ‘कोरोना’ कहकर संबोधित किया था. स्थिति एके गंभीरता को देखते हुए हुगली के जिला मजिस्ट्रेट ने 13 मई को क्षेत्र में धारा 144 CRPC लगाने के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए थे और चंदननगर और श्रीरामपुर उपखंड में ब्रॉडबैंड सहित इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया था.


बीजेपी पर फोड़ा था ठीकरा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि जो भी दोषी पाया जाता है, उसे बख्शा नहीं जाएगा. ममता ने कहा था, ‘मैंने पुलिस से कहा है कि वह सख्त से सख्त कार्रवाई करे. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों और सांप्रदायिक झड़पों में लिप्त लोगों पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाएगा, किसी को बख्शा नहीं जाएगा. हम यह नहीं देखेंगे कि आरोपी किस समुदाय का है’. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस मामले में 56 लोगों को गिरफ्तार किया था.


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