Bengal BJP Worker Arjun Chowrasia Death mystery: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की राजनीति हिंसा (Political Violence) थमने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच एक और बीजेपी कार्यकर्ता का शव उत्तरी कोलकाता में मिला है. राज्य के बीजेपी नेताओं का कहना है कि बीजेपी युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष अर्जुन अर्जुन चौरसिया को मार कर फंदे पर लटका दिया गया.


संदिग्ध मौत पर उठे सवाल


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जानकारी के मुताबिक उत्तर 24 परगना के काशीपुर रेल कॉलोनी में एक युवक की लटकी हुई लाश बरामद हुई थी. अनुमान लगाया जा रहा है की रात में किसी अन्य जगह पर उसकी हत्या करने के बाद पेड़ पर उनके शव को टांग दिया गया. वहीं प्राथमिक तौर पर अनुमान लगाया गया है कि अर्जुन ने आत्महत्या की है और उसके पैर जमीन को छू रहे हैं. 


इलाके को सील किया गया


काफी हंगामे के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओ ने डेड बॉडी को ले जाने दिया. पुरे इलाके को चितपुर थाने की पुलिस ने सील कर दिया है. लालबाजार इलाके की खुफ़िया विभाग की साइंटिफिक टीम घटनास्थल पर मौजूद है. इसी बीच बीजेपी नेता की बॉडी मिलने के बाद कोलकाता भी पुलिस हरकत में आ गई है. 



बीजेपी ने रद्द किए कार्यक्रम


बीजेपी नेताओं का कहना है कि अर्जुन एकदम स्वस्थ्य थे. हमने कल रात उनके नेतृत्व में 200 बाइक रैली आयोजित करने की योजना भी बनाई थी लेकिन आज सुबह उन्हें घोष बागान रेल यार्ड में मृत पाया गया. दरअसल, आज गृहमंत्री अमित शाह कोलकाता के दौरे पर पहुंचेगे. आज हुई इस घटना के बाद बंगाल की बीजेपी यूनिट ने ट्वीट कर घटना की जानकारी साझा की है. इसके बाद पार्टी ने गृह मंत्री अमित शाह के आने के सारे स्वागत कार्यक्रम रद्द कर दिए.


कौन थे अर्जुन चौरसिया?


मृतक अर्जुन एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे और कल ही वो अपनी सैलरी लेकर शाम को घर लौटे थे. इसके बाद वो रात साढ़े आठ बजे घर से बाहर निकले. जब काफी देर तक अर्जुन घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. पूरी रात ढूंढ़ने के बाद भी जब अर्जुन नहीं मिला. इसके बाद सुबह साढ़े सात बजे रेलवे कॉलोनी के लोगों ने उसकी लाश को फंदे से लटकते हुए देखा. 


आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता की हत्या का पहला मामला नहीं है. पिछले महीने अप्रैल में भी एक बीजेपी कार्यकर्ता का शव संदिग्ध स्थितियों में पेड़ से लटका मिला था. तब मृतक की पहचान पूर्ण चंद्र नाग के तौर पर हुई थी. वो मजदूरी कर घर चलाते थे और बीरभूम जिले के मल्लारपुर कस्बे में 19 अप्रैल की सुबह उनके घर के बाहर मृत पाए गए थे. इससे पहले पूर्वी मिदनापुर में भी एक बीजेपी कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. बीजेपी के इस कार्यकर्ता का नाम शंभु माइती था. डेरिया दिघी क्षेत्र के नंटू प्रधान कॉलेज के पास केलेघई नदी के समीप शंभू को कुछ लोगों ने घायल हालत में देखा था. शंभू के बदन में जगह-जगह घाव के निशान थे. बीजेपी लगातार बंगाल में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या का मामला उठा रही है.