नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की दिल्ली इकाई ने पाकिस्तान में महाराजा रणजीत सिंह (Ranjit Singh) की प्रतिमा को तोड़े जाने के खिलाफ बुधवार को दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग (Pakistan High Commission) के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. बता दें कि 19वीं सदी में महाराजा रंजीत सिंह की प्रतिमा को पाकिस्तान के लाहौर में तोड़ दिया गया था.


प्रतिमा तोड़ने वाले संगठन पर लगे प्रतिबंध: बीजेपी


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बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा, 'कल (मंगलवार) पाकिस्तान में जिस तरह से तालिबानी मानसिकता के तहत महाराजा रणजीत सिंह (Ranjit Singh) की मूर्ती तोड़ी गई है तो हम ये कहना चाहते है की भारत की जनता और बीजेपी इसको बर्दाश्त नहीं करेगी. हम मांग करते हैं कि तुरंत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो और जिस संगठन ने यह किया है उसको प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.'



भारत ने की घटना की कड़ी निंदा


भारत ने लाहौर फोर्ट में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़ने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में विफल रहा है और अल्पसंख्यक समुदायों में भय का माहौल बना रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तान में अल्संख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा समेत उनके पूजा स्थलों, सांस्कृतिक केंद्रों और निजी संपत्तियों पर हमले खतरनाक स्तर तक बढ़ गए हैं.


क्या हमलों में पाकिस्तान सरकार शामिल: नड्डा


हिंदुओं और सिखों की सुरक्षा करने में पाकिस्तान के खराब रिकॉर्ड का उल्लेख करते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह (Ranjit Singh) की प्रतिमा पर हमला निंदनीय है. इस मामले में पाकिस्तानी अधिकारियों की चुप्पी और खराब है. यह कई लोगों को आश्चर्यचकित करता है कि क्या अल्पसंख्यकों के खिलाफ इस तरह के हमलों में पाकिस्तान सरकार शामिल है?


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