मेडिकल स्टूडेंट नवीन की बॉडी 20 दिन बाद पहुंची बेंगलुरु, 1 मार्च को रूसी हमले में गंवाई थी जान
रूसी हमले का शिकार बने मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा की बॉडी आखिरकार भारत पहुंच गई है. शव लाने के प्रयास काफी समय से चल रहे थे. नवीन यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे और भारत वापसी से पहले ही एक हमले में उनकी मौत हो गई.
बेंगलुरु: रूस-यूक्रेन जंग (Russia Ukraine War) में जान गंवाने वाले भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा (Naveen Shekharappa) का शव रविवार देर रात बेंगलुरु एयरपोर्ट लाया गया. नवीन रूस द्वारा की जा रही गोलाबारी का शिकार हो गए थे और उसके बाद से लगातार उनके शव को भारत लाने का प्रयास जारी था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी हाल ही में हुई बैठक में साफ निर्देश दिए थे कि नवीन का शव लाने की हर संभव कोशिश की जाए.
मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे नवीन
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka CM Basavaraj Bommai) भी बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचे. वह सुबह नौ बजे नवीन के परिजनों को सांत्वना देने के लिए रवाना होंगे. 21 साल के नवीन का घर कर्नाटक में हावेरी जिले में है. नवीन खारकीव में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. उनके दोस्त ने बताया था कि वह सुबह खाना और जरूरी सामान लेने के लिए बंकर से बाहर निकले थे. तभी हमले में उनकी मौत हो गई.
जरूरी सामान के लिए जाना पड़ा था बाहर
नवीन के दोस्त श्रीकांत के अनुसार, वह और नवीन क्लासमेट थे. वे खारकीव में कुछ दिनों से बंकर में रह रहे थे. नवीन 1 मार्च को सुबह कुछ सामान लेने के लिए बंकर से बाहर गए थे. दरअसल, खारकीव में शाम 3 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू था. नवीन सुबह 6 बजे के बाद जरूरी सामान लेने गए थे. उस वक्त बाकी स्टूडेंट सो रहे थे. तभी वो रूसी सेना द्वारा किए गए हमले की चपेट में आ गए.
PM Modi ने की थी हाई लेवल मीटिंग
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने करीब 7 दिन पहले रूस-यूक्रेन युद्ध के हालात पर एक उच्च स्तरीय बैठक की थी. इसमें पीएम मोदी ने नवीन की बॉडी को भारत लाने के लिए हर संभव प्रयास करने के आदेश दिए थे. बता दें कि रूस और यूक्रेन के जंग में बड़े पैमाने पर भारतीय स्टूडेंट्स फंस गए थे. जिनकी सुरक्षित वापसी के लिए सरकार ने ऑपरेशन गंगा चलाया था.