Kanpur Idgah: कानपुर शहर के बजरिया, बेगमपुरवा और जाजमऊ सहित विभिन्न इलाकों में ईद के मौके पर बिना अनुमति के ईदगाह के बाहर सड़क पर नमाज अदा करने के आरोप में लगभग 2,000 लोगों के खिलाफ तीन अलग अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. पुलिस ने यह जानकारी दी. 


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पुलिस के मुताबिक इन मामलों में अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों के वीडियो रिकॉर्ड किए जाने के बाद प्राथमिकी दर्ज की थी. नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा, नमाज अदा करने वाले लोगों की पहचान वीडियो के आधार पर की जाएगी, जिसके बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस कार्रवाई से खफा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि पुलिस द्वारा एक विशेष समुदाय के लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है और पुलिस कार्रवाई से लगता है कि राष्ट्र केवल एक धर्म का है.


उन्होंने कहा कि कुछ लोग ईद की नमाज के लिए देर से आए और ईदगाह परिसर के अंदर जगह नहीं मिलने पर उन्होंने सड़क पर नमाज अदा की. वरिष्ठ उपनिरीक्षक (एसएसआई) ओमवीर सिंह की शिकायत पर ईदगाह प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित 1000-1500 अज्ञात लोगों के खिलाफ बजरिया थाने में पहली प्राथमिकी दर्ज की गयी.


एसएसआई ने अपनी प्राथमिकी में कहा कि जैसे ही ईद पर 'नमाज' शुरू हुई, बड़ी संख्या में लोगों ने ईदगाह के बाहर सड़कों पर नमाज अदा करना शुरू कर दिया, जो धारा 144 का उल्लंघन है.


राजस्थान में नमाज के दौरान फायरिंग 


उधर, राजस्थान के कोटा जिले के सांगोद शहर स्थित ईदगाह में ईद की नमाज के दौरान कुछ लोगों द्वारा हर्ष फायरिंग किए जाने का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज की. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. कोटा (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर ने कहा, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो क्लिप का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


उल्लेखनीय है कि 36 सेकेंड के वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि तीन व्यक्ति दो बैरल वाली बंदूकों के साथ नमाज पढ़ते लोगों के बीच अलग-अलग बैठे हैं और रुक-रुक कर फायरिंग कर रहे हैं.