Coal Case में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर शिकंजा, नोटिस देने के लिए घर पहुंची CBI
पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव से पहले सीबीआई ने कोयला आवंटन मामले में ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर शिकंजा कस दिया है. सीबीआई ने इस मामले की जांच में शामिल होने के लिए अभिषेक के घर पर नोटिस दिया है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सीएम ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) जांच के शिकंजे में आ गए हैं. कोल केस में जांच करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम उनके घर पर सम्मन दिया. इस सम्मन को अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजिरा नरुला (Rujira Narula) ने रिसीव किया. सीबीआई ने उन्हें जांच में शामिल होने का निर्देश दिया है.
सीबीआई ने 13 स्थानों पर की थी छापेमारी
बता दें कि CBI ने इससे पहले कोयला के अवैध खनन (Coal Case) और तस्करी के मामले में 19 फरवरी को बंगाल में 13 स्थानों पर छापेमारी की थी. इनमें कोयले के अवैध खनन में शामिल जयदेव मंडल और लंबे समय से फरार चल रहे कोयला माफिया अनूप माजी उर्फ लाला के ठिकाने भी शामिल थे. इस दौरान कोलकाता, पुरुलिया, पश्चिम बर्धमान और बांकुड़ा में तलाशी अभियान भी चलाया गया था.
कई हजार करोड़ रुपये का है कोयला घोटाला
कोयला घोटाला केस में CBI अभिषेक बनर्जी के कई करीबियों के खिलाफ छापेमारी कर रही है. आरोप है कि इस घोटाले में शामिल लोगों ने अवैध रूप से कई हजार करोड़ रुपये के कोयले का खनन करके उसे ब्लैक मार्केट में बेचा. इससे सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ. इस मामले में सीबीआई ने दिसंबर के शुरुआती हफ्तों में कोलकाता के सीए गणेश बगारिया के दफ्तर में भी छापा मारा था. बीजेपी इस मामले को लेकर TMC को लगातार घेरती रही है. बीजेपी का आरोप है कि इस घोटाले का सबसे बड़ा फायदा अभिषेक बनर्जी को हुआ है.
अभिषेक बनर्जी ने बीजेपी पर साधा निशाना
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने एक रैली में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. बनर्जी ने बीजेपी के नारे ‘दोहरे इंजन वाली सरकार’ (केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार) की आलोचना करते हुए कहा कि भगवा दल सार्वजनिक धन हड़पने के लिए यह व्यवस्था चाहता है.
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डायमंड हॉर्बर सीट से सांसद हैं अभिषेक बनर्जी
तृणमूल की युवा शाखा के अध्यक्ष और डायमंड हॉर्बर सीट से सांसद बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने यह भी दावा किया कि यह नारा इस बात को भी साबित करता है कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पश्चिम बंगाल की मदद नहीं कर रही है, क्योंकि वह राज्य में सत्ता में नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता यह तर्क देते हुए ‘दोहरे इंजन वाली सरकार’ के नारे लगा रहे हैं कि संभवत: अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत से पश्चिम बंगाल के विकास में तेजी आएगी, क्योंकि केंद्र में भी उसी की सरकार है.
जलपाईगुड़ी में रैली करके बीजेपी को ललकारा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के नगराकटा में एक रैली में कहा, 'भाजपा कह रही है कि वह राज्य में दोहरे इंजन वाली सरकार चाहती है. वे राज्य में दोहरे इंजन वाली सरकार क्यों चाहते हैं? ताकि वे आमजन का धन लूट सकें और बच निकलें.’उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (भाजपा ने) बंगाल के लिए कुछ नहीं किया, क्योंकि यहां दोहरे इंजन वाली सरकार नहीं है. यह भाजपा सरकार का चरित्र है. वे गैर भाजपा शासित राज्यों के लिए कुछ नहीं करते.’
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'15-15 लाख रुपये देने के वादे का क्या हुआ'
अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने कहा कि भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में हर नागरिक को 15-15 लाख रुपए देने का वादा किया था, लेकिन लोगों को पिछले सात साल में एक भी पैसा नहीं मिला. उन्होंने कहा, ‘अब वे राज्य के लोगों, किसानों को यह कहकर रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि वे सत्ता में आते हैं, तो उन्हें 18-18 हजार रुपए दिए जाएंगे. यह आम आदमी को बेवकूफ बनाने की एक और कोशिश है.’
TMC का नया नारा, बांग्ला निजेर मेयेकेई चाये
उन्होंने (Abhishek Banerjee) तृणमूल के नए चुनावी नारे- ‘बांग्ला निजेर मेयेकेई चाये’ (बंगाल अपनी बेटी को चाहता है)’ का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) को बंगाल की बेटी के रूप में पेश किया. अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘हम दिल्ली में बैठे लोगों के आगे सभी सिर नहीं झुकाएंगे. बंगाल के लोग अपनी बेटी ममता बनर्जी पर पूरा भरोसा दिखाएंगे.’
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