झारखंड विधानसभा में चंपई सरकार आज दिखाएगी ताकत, फ्लोर टेस्ट से पहले समझ लें पूरा नंबर गेम
Jharkhand Floor Test: झारखंड की नई सरकार का फ्लोर टेस्ट सोमवार को होना है. सीएम चंपई सोरेन गठबंधन के सभी विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचेंगे. विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान विश्वास मत हासिल करने के लिए चंपई ब्रिगेड ने पूरी तैयारी कर ली है.
Jharkhand Floor Test: झारखंड की नई सरकार का फ्लोर टेस्ट सोमवार को होना है. सीएम चंपई सोरेन गठबंधन के सभी विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचेंगे. विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान विश्वास मत हासिल करने के लिए चंपई ब्रिगेड ने पूरी तैयारी कर ली है. फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन के सभी विधायक रविवार रात रांची लौट आए. ये सभी विधाय पिछले तीन दिनों से हैदराबाद के एक रिसॉर्ट में रुके थे.
47 विधायकों के समर्थन का दावा
हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. चंपई सोरेन ने जेएमएम-कांग्रेस-राजद गठबंधन के 47 विधायकों के समर्थन का दावा पेश किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चंपई सोरेन को 48 विधायकों के समर्थन की बात कही थी. ऐसे में यह समझ लेना जरूरी है कि झारखंड विधानसभा के आंकड़े वास्तव में क्या बताते हैं?
झारखंड विधानसभा में 81 सदस्य
झारखंड विधानसभा में 81 सदस्य हैं. सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत है. जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन 41 से ज्यादा विधायकों का समर्थन जुटाकर ही सोमवार को फ्लोर टेस्ट जीत पाएगा.
झारखंड में विधायकों की संख्या का पार्टी-वार ब्यौरा
झारखंड मुक्ति मोर्चा- 29
भारतीय जनता पार्टी- 25
कांग्रेस- 16
झारखंड विकास मोर्चा (डेमोक्रेटिक)- 2
आजसू पार्टी- 3
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (लिबरेशन)- 1
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)- 1
राष्ट्रीय जनता दल- 1
इंडिपेंडेंट- 2
तो चंपई सोरेन को नहीं आएगी दिक्कत
इन आंकड़ों से पता चलता है कि जेएमएम, कांग्रेस और राजद विधायकों की कुल संख्या 46 है. ये संख्याबल राज्य सरकार के लिए जरूरी 41 के आंकड़े को आसानी से पार कर रही है. अगर कुछ भी गलत नहीं हुआ तो चंपई सोरेन के सोमवार को विश्वास मत जीतने की पूरी संभावना है. चंपई सोरेन का समर्थन करने वाले विधायक उनके प्रति वफादार रहते हैं, तो उन्हें विधानसभा में बहुमत साबित करने में कोई दिक्कत नहीं होगी.