CJI NV Ramana Amritsar Visit: भारत के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमना ने शुक्रवार को कहा कि विभाजन के खिलाफ सतर्क रहना चाहिए और एकता से ही शांति और प्रगति हासिल की जा सकती है. उन्होंने अमृतसर में विभाजन संग्रहालय का दौरा करते हुए यह टिप्पणी की.


जानें फूट डालो और राज करो पर CJI ने क्या कहा


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प्रधान न्यायाधीश रमना ने संग्रहालय में घूमने के बाद आगंतुक पुस्तिका (विजिटर्स बुक) में लिखा कि यह संग्रहालय हमें हमारे दुखद अतीत की याद दिलाता है और हमें सभी प्रकार के विभाजनों के खिलाफ चेताता है. यह औपनिवेशिक शक्तियों की फूट डालो और राज करो की नीति के कारण अभूतपूर्व पैमाने पर मानव जाति को हुए नुकसान को स्पष्ट रूप से चित्रित करता है. 


'विभाजन के खिलाफ हमेशा सतर्क रहना चाहिए'


सीजेआई ने आगे लिखा कि हमारे इतिहास के इस काले अध्याय को मानव जाति के लिए एक सबक के रूप में काम करना चाहिए. हमें विभाजन के खिलाफ हमेशा सतर्क रहना चाहिए. एकता के माध्यम से ही हम शांति और प्रगति प्राप्त कर सकते हैं.



'जलियावाला बाग देश के लोगों की ताकत'


इससे पहले दिन में प्रधान न्यायाधीश ने जलियांवाला बाग का भी दौरा किया और स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने आगंतुकों की पुस्तक में लिखा, 'जलियावाला बाग इस देश के लोगों की ताकत और लचीलेपन को प्रकट करता है. यह शांत उद्यान (गार्डन) अत्याचार के खिलाफ किए गए महान बलिदान का प्रतीक है. यह स्वतंत्रता के लिए चुकाई गई भारी कीमत की याद दिलाता है, जिसे हमें हमेशा संजोना चाहिए और इसकी रक्षा करनी चाहिए.' इस दौरान चीफ जस्टिस ने अटारी-वाघा बॉर्डर और जीरो प्वाइंट का भी दौरा किया.


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