नई दिल्‍ली: चीफ जस्टिस शरद अरविंद बोबडे ने जस्टिस एन वी रमन्ना को अपना उत्तराधिकारी और देश का 48वां मुख्य न्यायाधीश बनाने की सिफारिश का पत्र सरकार को भेजा है. परंपरा के मुताबिक, जस्टिस बोबडे ने विधि और न्याय मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है.


23 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं चीफ जस्टिस बोबडे 


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अगले महीने 23 अप्रैल को चीफ जस्टिस बोबडे रिटायर हो रहे हैं. नागपुर में जन्मे बोबडे ने 18 नवंबर 2019 को 63 साल की उम्र में देश के 47वें सीजेआई का पद संभाला था. अपने रिटायरमेंट से करीब महीना भर पहले चीफ जस्टिस अपने उत्तराधिकारी का नाम सीलबंद लिफाफे में सरकार को भेजते हैं.



बता दें कि इस अनुशंसा पर प्रधानमंत्री (Prime Minister) के साथ विचार विमर्श के बाद देश के राष्ट्रपति सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में शीर्ष पद के लिए नाम का ऐलान करते हैं.


कौन हैं जस्टिस एनवी रमन्ना


जस्टिस एनवी रमन्ना का जन्म 27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पोन्नवरम गांव में एक किसान परिवार में हुआ. उनका पूरा नाम नथालपति वेंकट रमन्ना है. फिलहाल वह सुप्रीम कोर्ट में जज हैं. रमन्ना ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में साल 2000 तक प्रैक्टिस की. इसके बाद 2013 में उन्‍होंने दिल्ली हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस का पद संभाला. इसके तीन महीनों के भीतर ही उन्हें सुप्रीम कोर्ट में पोस्टिंग दी गई थी. रमन्ना का कार्यकाल 26 अगस्त 2022 को समाप्‍त हो रहा है. अगले सीजेआई के पद पर वह करीब 16 महीने तक रहेंगे.