नीतीश का उत्तराधिकारी JDU से नहीं, खरमास बाद होगी बड़ी टूट! चिराग के बयान ने बिहार का सियासी पारा बढ़ाया
Tejaswi Paswan: चिराग ने कहा कि वैसे भी नीतीश आजकल किसी और पार्टी के नेता को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं. असल में यह कहकर चिराग ने तेजस्वी पर भी तंज कैसा है क्योंकि नीतीश बार-बार तेजस्वी को आगे बढ़ाने की बात करते हैं.
Nitish Kumar And Tejaswi Yadav: लोक जनशक्ति पार्टी(राम विलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि खरमास के तुरंत बाद जनता दल यूनाइटेड में एक बड़ी टूट होगी. उन्होंने अपनी पार्टी में कोई दूसरी लीडरशिप नहीं खड़ी की है. वैसे भी वे आजकल किसी और पार्टी के नेता को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं. वे कहते हैं कि मेरे बाद ये हैं उत्तराधिकारी. JDU का नामों निशान लेने वाला कोई नहीं बचेगा. चिराग ने यह भी कहा कि 19 साल बाद मेरे मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) को अनुसूचित जाति के लोगों की याद आई है. तब जबकि प्रधानमंत्री ने प्रमाणित किया है कि नीतीश कुमार किस प्रकार से दलित विरोधी हैं.
'मुख्यमंत्री जी की सोच अनुसूचित जाति विरोधी'
दरअसल, रविवार को चिराग पासवान ने कहा है कि नीतीश कुमार ने किस प्रकार से मेरे पिता को अपमानित करने का काम किया, ये खुद प्रधानमंत्री ने बताया. वहीं पूर्व सीएम मांझी के लिए बिहार विधानसभा में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया ये प्रमाणित करती हैं कि मुख्यमंत्री जी की सोच अनुसूचित जाति विरोधी रही है. चिराग ने आगे कहा कि दलित समाज के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के लिए जिस तरह की भाषा का प्रयोग उन्होंने किया, वह उनकी दलितों के प्रति सोच को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की थी कि दलित परिवार के किसी भी व्यक्ति की हत्या होती है तो उसके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी.
भीम संसद पर निशाना साधा
चिराग ने सवाल किया कि वे बताएं कि कितने लोगों के परिजनों को अब तक नौकरी दी गई है. बातचीत के दौरान चिराग पासवान ने जदयू द्वारा आयोजित भीम संसद पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन की सरकार द्वारा संसद का आयोजन किया गया है, यह एक छलावा मात्र है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दलितों के साथ हमेशा से छलावा करने का काम किया है.
चुनाव के समय विशेष दर्जे की याद आती है?
इसके अलावा चिराग ने आरोप लगाया कि चुनाव के समय नीतीश कुमार को विशेष राज्य के दर्जे की याद आती है. 2017 से 2022 तक इन्होंने कितनी बार बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग की. तब वो कहां गए थे. 19 साल से आप मुख्यमंत्री हैं आज आपको बिहार के विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आंदोलन की याद आ रही है. फिलहाल चिराग पासवान ने यह जरूर कहा है कि खरमास के तुरंत बाद जनता दल यूनाइटेड में एक बड़ी टूट होगी. लेकिन कैसे होगी इस बारे में कुछ और नहीं बताया है.