नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और विधानसभा प्रत्याशी राघव चड्ढा ने जी मीडिया से बात की. एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान राघव ने अपनी राजनीतिक पारी के बारे में कई राज खोले. राघव ने कहा, 'मैंने राजनीति से प्यार किया, देश से प्यार किया और दिल्ली से प्यार किया. मैंने राजनीति को नहीं चुना, राजनीति ने मुझे चुना. ये मेरी जिंदगी का बहुत सोचा समझा फैसला नहीं था.'


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राघव ने कहा, 'मैं बचपन से आर्मी ज्वाइन करना चाहता था. लेकिन राजनीति ज्यादा मुश्किल चीज है.' राघव ने कहा, 'लोकसभा का चुनाव मेरे लिए सीखने का अनुभव था. मैं अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ रहा था. बड़े-बड़े नेताओं के सामने खड़े होने की हिम्मत जनता ने दी और दूसरे नंबर पर मैं आया.'


उन्होंने कहा, 'मेरी कोशिश ये रहती है कि मेरी पार्टी की जो विचारधारा है उसे मैं जनता के सामने रखूं. एक प्रवक्ता के तौर पर मैं जो बोलता हूं, उस पर मैं विश्वास रखता हूं.'


राघव ने कुमार विश्वास के आप छोड़ने पर भी बात की. राघव ने कहा, 'पार्टी में बहुत लोग आते हैं, पार्टी से चले भी जाते हैं. राजनीतिक दल कंपनी की तरह होते हैं, उसमें कई लोग आते हैं और चले जाते हैं. सभी की अपनी-अपनी महत्वाकांक्षाएं होती हैं या एजेंडा होता है. जब आप उसे नहीं पा पाते हैं तो आप अपना रास्ता बदल देते हैं.' 


इंटरव्यू के दौरान राघव की मां ने भी जी मीडिया से बात की. राघव की मां ने बताया कि राघव अच्छे काम कर रहे हैं और देश के लिए काम कर रहे हैं. 


राघव ने कहा, 'जब मैं लंदन से छुट्टी मनाने के लिए देश वापस लौटा तो मुझे अरविंद केजरीवाल से मिलने का मौका मिला. मुझे लगा कि अगर मैं किसी बदलाव में अपना योगदान दे सकूं और अरविंद केजरीवाल के हाथ मजबूत कर सकूं तो मैं अपने को भाग्यशाली समझूंगा. मैं अरविंद केजरीवाल से बहुत प्रभावित हुआ था.'


अपनी सीए की पढ़ाई के बारे में बात करते हुए राघव ने कहा, 'सीए बनना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन मुझे लगता है कि जिस काम को करने में मुझे अभी संतुष्टि मिल रही है, वो मैं किसी और क्षेत्र में हासिल नहीं कर पाता.'


राघव ने कहा, 'जब हम अपनी सरकार के काम को देखते हैं तो बहुत खुशी होती है. मुझे पूरा विश्वास है कि चुनाव में जनता अपना आशीर्वाद देगी. बहुत कम नेता ऐसे होते हैं जो जनता से ये कहते हैं कि अगर मैंने दिल्ली के लिए पांच सालों में काम किया हो तो मुझे वोट देना, वर्ना मत देना.'


विपक्ष की भूमिका पर राघव ने कहा, 'विपक्ष को कमजोर नहीं मानना चाहिए लेकिन आप सरकार ने जनता को काम करके दिया है और उसके पास एक विजन है. इसके अलावा आप के पास एक चेहरा है, वहीं बीजेपी के पास ये तीन चीजें नहीं हैं.'


राघव ने कहा, 'बीजेपी में कई लोग हैं जो सीएम बनना चाहते हैं. इनका आपस में ही झगड़ा चल रहा है.' किरण बेदी की भूमिका पर राघव ने कहा, 'किरण बेदी कभी पार्टी से नहीं जुड़ी थीं और उन्होंने इच्छा जाहिर की थी कि वह राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ना चाहतीं. मैं इन लोगों का सम्मान करता हूं.'
 
राघव ने कहा, 'लाखों लोगों ने आप को ज्वाइन किया. कुछ लोगों से मतभेद रहे इसलिए रास्ते बदल गए. लेकिन हम जिस एजेंडा को लेकर चले थे, वो जनता तक पहुंच रही है.'


देखिए पूरा इंटरव्यू-



राघव ने कहा, 'सरकार की पहली जिम्मेदारी ये है कि वो लोगों का कल्याण करे. महिलाओं के लिए हमने जो मुफ्त सेवाएं दीं, वो यूरोप में भी है.' राघव ने कहा, 'हमारा प्रयास है कि हम 67 से ज्यादा सीटें लाएं और सर्वे में सामने आ रहा है कि हम इस आंकड़े के नजदीक हैं. अगर 70 में 70 सीटें आप पार्टी ले आए तो चौंकिएगा नहीं, ये होने जा रहा है.' बता दें कि अभी दिल्ली में 70 में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी है.