Amarnath cave cloud burst: जम्मू कश्मीर में बाबा अमरनाथ की गुफा के पास बादल फटने से बड़ा हादसा हुआ है. हादसे में 13 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. घटना शाम 5.30 बजे की बताई जा रही है और इस हादसे के बाद चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. अब मौके पर राहत-बचाव का काम चल रहा है और कई एजेंसियों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर जानकारी दी है कि मौके पर राहत का काम जारी है और उन्होंने उपराज्यपाल को फोन कर घटना की जानकारी ली है.


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पानी और मलबे में बहे टेंट


जानकारी के मुताबिक बादल फटने की घटना के बाद फिलहाल यात्रा रोक दी गई है और इस हादसे से बड़ी संख्या में टेंट को नुकसान हुआ है. हालांकि शुरुआती जानकारी के मुताबिक ITBP की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है और हादसे में भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है. बादल फटने के बाद आस-पास का पूरा इलाका पानी में डूब चुका है और हादसे में घायल लोगों को एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने जी न्यूज को बताया कि हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक रात को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा.


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पहाड़ों में बीते कुछ दिनों से मौसम का मिजाज बदला है जिसके बाद हिमाचल,  उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में बादल फटने की घटनाएं हो चुकी हैं. साथ ही कुछ इलाके में भारी बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित है. गुफा के ऊपरी हिस्सा में बादल फटने के बाद पहाड़ों से पानी और मलबा नीचे बहकर आया था जिसकी चपेट में वहां लगे टेंट आ गए थे. साथ ही कुछ यात्री भी पानी के बहाव में तबाह हो गए हैं.


दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु रवाना


बीते दिन ही कड़ी सुरक्षा के बीच 5 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों का एक जत्था दक्षिण कश्मीर स्थित 3,880 मीटर ऊंचाई पर बनी पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए रवाना हुआ था.सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच 242 वाहनों में कुल 5,726 तीर्थयात्री यहां भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए थे जिनमें 4,384 पुरुष, 1,117 महिलाएं, 57 बच्चे, 143 साधु, 24 साध्वी और एक ट्रांसजेंडर शामिल हैं.


बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर के नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर के बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि अभी तक 89,000 से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के मौके पर खत्म होगी.


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