AAP ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- `केंद्र सरकार ने CM Kejriwal को इस बड़ी वजह से किया नजरबंद`
आम आदमी पार्टी (AAP) का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) किसानों के पक्ष में खड़े हैं. वे खुद भी सेवादार बन कर सोमवार को किसानों की सहूलियतों का जायजा लेने गए थे. इस वजह से केंद्र सरकार उनसे और ज्यादा नाराज है.
नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) का कहना है कि किसानों के 'भारत बंद' (Bharat Bandh) में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) को अपने घर में हाउस अरेस्ट (House Arrest) किया. पार्टी का कहना है कि सीएम अरविंद केजरीवाल को पिछले दो दिनों से दिल्ली पुलिस ने उनके ही घर में नजरबंद करके रखा. उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया. सिंघु बाॅर्डर पर किसानों से मिल कर जब से सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) घर आए है. तभी से उन्हें नजरबंद किया गया है, ताकि वे किसानों (Farmers) के भारत बंद के समर्थन में बाहर न जा सकें.
'9 स्टेडियमों को जेल बनाने की इजाजत मांगी थी'
केंद्र सरकार ने केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार से दिल्ली के 9 स्टेडियमों को जेल बनाने की इजाजत मांगी थी, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इनकार कर दिया था, तभी से केंद्र सरकार नाराज है. एक तरफ भाजपा और दिल्ली पुलिस दावा कर रही है कि सीएम केजरीवाल को हाउस अरेस्ट नहीं किया गया है और दूसरी तरफ पार्टी के विधायकों, मंत्रियों और उपमुख्यमंत्री तक को उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है. एक तरफ भाजपा सीएम केजरीवाल को नजरबंद कराती है और दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर पर नरम रवैया अपनाती है. इससे यह साफ है कि किसानों का हितैशी कौन है और कौन किसानों के खिलाफ काम कर रहा है.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि पिछले दो दिन से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली पुलिस ने अपने घर में नजरबंद करके रखा हुआ है न किसी को उनके घर के अंदर आने दिया जा रहा है और न ही केजरीवाल को घर के बाहर जाने दिया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- Farmers Protest: सरकार ने किसानों को भेजा प्रस्ताव, जानें कृषि कानूनों में क्या-क्या बदलाव संभव
'सीएम अरविंद केजरीवाल किसानों के पक्ष में'
पार्टी का कहना है कि कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने केजरीवाल सरकार से दिल्ली की ओर आ रहे किसानों को अरेस्ट करने के लिए 9 स्टेडियमों को जेल बनाने की इजाजत मांगी थी. सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि उन्हें जेल बनाने के लिए उनके ऊपर चारों तरफ से बहुत दबाव आया और उनको कई जगहों से फोन आए. इतने दबाव के बावजूद सीएम केजरीवाल किसानों के साथ खड़े रहे और केंद्र सरकार को स्टेडियम को जेल बनाने की इजाजत नहीं दी. इस वजह से केंद्र सरकार तभी से उनसे बहुत नाराज है. आज उसी केंद्र सरकार ने सीएम अरविंद केजरीवाल को अपने ही घर में कैद कर लिया. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि सीएम अरविंद केजरीवाल किसानों के पक्ष में खड़े हैं. सीएम ने अपने सारे मंत्रियों, विधायकों और वाॅलेंटियर्स को किसानों की सेवा में सेवादार के रूप में लगा रखा है और वे खुद भी सेवादार बन कर सोमवार को किसानों की सहूलियतों का जायजा लेने गए थे. इस वजह से केंद्र सरकार उनसे और भी ज्यादा नाराज है. केंद्र सरकार ने बदला लेने के लिए भी सीएम अरविंद केजरीवाल जी को उनके ही घर में नजरबंद किया है.
8 दिसंबर को पूरे दिन दिल्ली पुलिस और भारतीय जनता पार्टी बयान देते रहे कि सीएम अरविंद केजरीवाल जी नजरबंद नहीं है. एक तरफ, दिल्ली पुलिस बयान दे रही थी कि सीएम केजरीवाल जी नजरबंद नहीं हैं और दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के कई विधायकों, मंत्रियों और यहां तक कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जी केजरीवाल जी से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे तो उन्हें उनके घर से 100 मीटर दूर बैरिकेड पर रोक लिया गया और उन्हें सीएम से मिलने नहीं दिया गया. इससे दिल्ली पुलिस और भाजपा का बयान साफ साफ झूठा साबित होता है कि मुख्यमंत्री जी को नजरबंद नहीं किया गया है.
जब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पुलिस के साथ बात कीए तो उन्होंने दबे आवाज में कहा कि सीधे गृह मंत्री अमित शाह का आदेश है कि जब तक 'भारत बंद' खत्म नहीं होता है, तब तक सीएम केजरीवाल जी को बाहर न आने दिया जाए. इसमें पुलिस बेबस है.
किसानों के समर्थन में खड़े होने पर किया जा रहा नजरबंद
आम आदमी पार्टी का कहना है कि एक तरफ केजरीवाल जी को किसानों के समर्थन में खड़े होने पर नजरबंद किया जा रहा है और दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर खुलेआम भाजपा के मुख्यमंत्रियों की भाषा बोल रहे हैं. भाजपा के तीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, त्रिवेंद्र सिंह रावत और कई केंद्रीय मंत्री जैसे कि प्रकाश जावडेकर, स्मृति इरानी और अन्य मंत्री केजरीवाल जी के ऊपर कुछ दिनों से गलत बयानबाजी कर रहे हैं. उसी तरह की बयानबाजी इधर कैप्टन अमरिंदर कर रहे हैं.
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि कैप्टन अमरिंदर भाजपा के नेताओं की भाषा बोल रहे हैं. कैप्टन अमरिंदर ने पीएम मोदी जी के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला, लेकिन वे रोज केजरीवाल जी के खिलाफ बोलते है. जैसे कि इसका सारा दोष केजरीवाल जी का है. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी केजरीवाल जी को नजरबंद करती है और दूसरी तरफ कैप्टन अमरिंदर पर भारतीय जनता पार्टी नरम है. इससे यह साफ है कि किसानों का हितैशी कौन है और कौन किसानों के खिलाफ काम कर रहा है.