मुंबई: संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ के निर्माताओं ने उन खबरों का खंडन किया है कि फिल्म की रिलीज अगले साल जनवरी तक के लिये टाल दी गई है. फिल्म को लेकर कई राजपूत समूह विरोध कर रहे हैं. ऐसी खबरे हैं कि राजनीतिक दबाव के बाद निर्माता ‘पद्मावती’ की रिलीज 12 जनवरी तक टालने की योजना बना रहे हैं. बता दें कि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार भंसाली पर इतिहास से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए कई नेताओं, संगठनों ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है. 


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वायकॉम 18 मोशन पिक्चर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजित एंधेरे ने पीटीाई से कहा, ‘‘यह पूरी तरह अफवाह है.’’उन्होंने यह बयान ट्विटर पर भी साझा की. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पद्मावती की रिलीज टालने की अफवाहें निराधार हैं.’’बता दें ‘पद्मावती’ 1 दिसंबर को रिलीज हो रही है. 


सर्वसमाज ने चित्तौड़गढ़ किले के मुख्य द्वार पर दिया धरना
फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की आने वाली फिल्म ‘पद्मावती’ पर रोक लगाने की मांग को लेकर सर्वसमाज के आह्वान पर शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ दुर्ग के सामने धरना दिया गया. धरना का नेतृत्व कर रहे उम्मेद सिंह के अनुसार प्रदर्शन आठ दिनों से चल रहा है .


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पुलिस उपाघीक्षक गजेन्द्र सिंह (चित्तौड़गढ़) के अनुसार श्रीराजपूत करणी सेना नीत सर्वसमाज के बैनर तले लोगों ने धरना दिया. धरने में महिलाएं भी काफी संख्या में है. उन्होंने बताया कि चित्तौड़गढ़ दुर्ग को आज बंद रखने के आह्वान को देखते हुए पर्यटक किले की ओर नहीं आए. चित्तौड़गढ़ दुर्ग के आसपास सुरक्षा के कडे प्रबंध किये हुए है . 


चित्तौड़गढ़ के पुलिस अधीक्षक प्रसन्ना कुमार खमेसरा ने बताया कि दुर्ग अधिकारिक तौर पर बंद नहीं है. राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार बोरड ने ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ के मार्ग में किसी प्रकार के बदलाव से इंकार किया है . पैलेस आन व्हील के यात्रियों को भ्रमण के लिए तय मार्ग में चितौडगढ दुर्ग भी ले जाया जाता है .


(इनपुट -भाषा)