Chhattisgarh Congress Road Map: विधानसभा चुनाव में 5 में से 4 राज्य हारने के बाद कांग्रेस (Congress) अपनी स्ट्रैटेजी में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है. इसी कड़ी में कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे भूपेश बघेल को दिल्ली बुलाया है. माना जा रहा है कि भूपेश बघेल की पार्टी में भूमिका को अब बदला जा सकता है. हालांकि, आगे क्या होने वाला इसकी खबर किसी के पास नहीं है. बता दें कि कांग्रेस, दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा करने जा रही है. और इसी के चलते पूर्व सीएम भूपेश बघेल को भी दिल्ली बुलाया गया है.


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हार पर कांग्रेस का गहन मंथन


बता दें कि छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस की छत्तीसगढ़ यूनिट के चीफ दीपक बैज दोनों कल यानी शुक्रवार को दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की समीक्षा बैठक में शामिल होंगे. वे आज छत्तीसगढ़ से रवाना हो सकते हैं. समीक्षा बैठक में विधानसभा चुनाव में मिली हार पर गहन मंथन होगा और हार के कारणों को पहचाना जाएगा.


छत्तीसगढ़ चुनाव में मिली बुरी हार


गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव में बीजेपी ने 90 में से 54 सीटें जीत लीं. वहीं, पिछले चुनाव में 68 सीटें जीतने वाली कांग्रेस महज 35 सीटों पर सिमट कर रह गई. छत्तीसगढ़ में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (GGP) ने पहली बार एक सीट जीती है. यह रिजल्ट कांग्रेस को काफी निराश करने वाला है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस और उसके नेताओं को पूरा भरोसा था कि छत्तीसगढ़ में तो वापसी हो ही जाएगी.


बैठक में क्या होगी चर्चा?


प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कम्युनिकेशन ब्रांच के चीफ सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि भूपेश बघेल और दीपक बैज शुक्रवार को पार्टी की समीक्षा मीटिंग में शामिल होने के लिए आज शाम दिल्ली रवाना होंगे. मीटिंग में सभी पांच राज्यों यानी छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम के चुनाव परिणामों पर चर्चा की जाएगी. इन राज्यों के प्रमुख नेता जैसे कमलनाथ को भी दिल्ली बुलाया गया है.


छत्तीसगढ़ के चुनाव नतीजों में भूपेश बघेल की हालत बेहद खराब रही. हालांकि, भूपेश बघेल अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार विजय बघेल को 19 हजार 723 वोटों के अंतर से हरा दिया. भूपेश बघेल पाटन से चुनाव लड़ रहे थे. जान लीजिए कि इस चुनाव में कांग्रेस के 9 मंत्रियों समेत 31 विधायक हार गए हैं.