Gujarat SIT Probe: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुजरात के उस विशेष जांच दल यानी SIT के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया है, जिसके हलफनामे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिवंगत पार्टी नेता अहमद पटेल और सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ पर गंभीर आरोप हैं.


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जी न्यूज़ से खास बातचीत में अधीर रंजन चौधरी ने एसआईटी की तुलना जानवर से की है. अधीर रंजन ने अपने बयान में कहा, 'बचपन से ही हम अपने घर में जानवर पालते हैं, जब हम कहते हैं कि उठ तो वह उठ जाता है और जब बैठने को कहते हैं तो बैठ जाता है. किसी भी प्रांत की कोई एसआईटी जांच करेगी तो नतीजा यही आएगा ना.' अधीर रंजन यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि अगर मुझे मिली SIT, तो पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को 1 घंटे में जेल भेज दूंगा.



एसआईटी ने हलफनामे में क्या कहा


बता दें कि तीस्ता सीतलवाड़ की जमानत याचिका का विरोध करते हुए गुजरात एसआईटी ने शुक्रवार को कहा था कि वह राज्य में बीजेपी की सरकार गिराने की एक बड़ी साजिश में शामिल रही थीं. एसआईटी ने सत्र न्यायालय में दाखिल किए गए एक हलफनामे में दावा किया गया है कि सीतलवाड़ 2002 के दंगों के बाद राज्य में भाजपा सरकार को गिराने के लिए दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल के इशारे पर की गई एक बड़ी साजिश में शामिल थीं.


अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी. डी. ठक्कर ने विशेष जांच दल (एसआईटी) के जवाब को रिकॉर्ड में लिया और जमानत अर्जी पर सुनवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी. गुजरात दंगों के मामलों में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए सबूत गढ़ने के आरोप में सीतलवाड़ को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारियों आर. बी. श्रीकुमार और संजीव भट्ट के साथ गिरफ्तार किया गया है.


एसआईटी ने कहा कि जमानत की आवेदक सीतलवाड़ का इस बड़े षड़यंत्र को अंजाम देने का राजनीतिक उद्देश्य निर्वाचित सरकार को गिराना या अस्थिर करना था. हलफनामे में आरोप लगाया गया है कि सीतलवाड़ ने निर्दोष व्यक्तियों को गलत तरीके से फंसाने के अपने प्रयासों के बदले भाजपा के प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल से अवैध वित्तीय और अन्य लाभ और पुरस्कार हासिल किए.


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