Congress Leader Manish Tewari: पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी भी कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उनके करीबी सूत्रों ने खुलासा किया कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में राज्य पार्टी के प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जो चुनाव में मतदाता हैं. प्रत्येक उम्मीदवार को अपना नाम प्रस्तावित करने के लिए 10 प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों की आवश्यकता होती है.


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मनीष तिवारी कांग्रेस नेतृत्व के मुखर आलोचकों में से एक हैं और उन्होंने पार्टी में सुधार की मांग की है. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए अधिसूचना जारी की. अधिसूचना के अनुसार, गुरुवार से नामांकन फॉर्म उपलब्ध होंगे, जबकि 24 सितंबर से 30 सितंबर के बीच नामांकन दाखिल किया जाएगा.


नामांकन की जांच एक अक्टूबर को होगी और उसी दिन वैध उम्मीदवार की सूची प्रकाशित की जाएगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर है, जिसके बाद एक अंतिम सूची लाई जाएगी. मतदान जहां 17 अक्टूबर को होगा, वहीं मतगणना 19 अक्टूबर को होगी. सूत्रों के मुताबिक, अशोक गहलोत और शशि थरूर के बीच संभावित मुकाबला होगा. 


अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से दो घंटे तक मुलाकात की थी, जिसके बाद वह राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल होने के लिए केरल के लिए रवाना हो गए. सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी ने कहा है कि चुनाव निष्पक्ष होगा और वह किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगी. जाहिर तौर पर बैठक में राजस्थान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई, लेकिन इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है. गहलोत अगले सप्ताह पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर सकते हैं. हालांकि, वह राज्य में मुख्यमंत्री की कुर्सी को नहीं छोड़ना चाहते.


राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग


उधर राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग जारी है. कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी ऐसे शख्स है जो कठिन परिश्रम या संघर्षों से दूर नहीं भागते हैं. यही कारण है कि आम कार्यकर्ता उन्हें अग्रिम मोर्चे से नेतृत्व करते देखना चाहता है.


कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पार्टी नेता राहुल गांधी के प्रति अपनी पसंद का संकेत देते हुए पायलट एक टीवी चैनल पर उन सवालों को टाल गये कि यदि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ते हैं तो क्या वह उनका समर्थन करेंगे.


उन्होंने इस सवाल का जवाब भी टाल दिया कि यदि उनके प्रतिद्वंद्वी गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं तो क्या वह राजस्थान के मुख्यमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन चुनाव लड़ता है. चुनाव के अंत में मजबूत कांग्रेस उभरकर सामने आएगी. उसके लिए हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है साथ मिलकर काम करने से ही हम बीजेपी को सत्ता से हटा पायेंगे. पायलट ने कहा कि फिलहाल वह अटकलें नहीं लगा सकते कि कौन चुनाव लड़ेगा. यह बात 24 सितंबर तक या उसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगी.



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(इनपुट- न्यूज एजेंसी IANS)