चेन्नई: अभिनेता से नेता बने कमल हासन की कांग्रेस को द्रमुक से रिश्ता तोड़ने पर उससे हाथ मिलाने की पेशकश देने के बाद कांग्रेस ने कहा कि तमिलनाडु में 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए ''धर्मनिरपेक्ष'' गठबंधन की रूपरेखा पर द्रविड पार्टी ही निर्णय लेगी. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सचिव संजय दत्ता ने शनिवार को द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) प्रमुख एम के स्टालिन से मुलाकात में उन्हें बताया कि ''विश्वस्त और लंबे समय से सहयोगी दल'' द्रमुक के बिना किसी अन्य पार्टी से हाथ मिलाने का सवाल ही नहीं उठता.


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गठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं स्टालिन
दत्ता के हवाले से कहा गया कि दक्षिणी राज्य में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की स्थिति मजबूत करने के लिए गठबंधन का नेतृत्व स्टालिन कर रहे हैं और वह ही अन्य दलों के साथ विचार विमर्श के बाद फैसला ले सकते है कि क्या हसन की मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) गठबंधन का हिस्सा हो सकती है या नहीं. तमिलनाडु में एआईसीसी प्रभारी दत्ता ने चेन्नई में स्टालिन के आवास पर उनसे मुलाकात की. हाल ही में दोनों के बीच यह दूसरी मुलाकात है. ये मुलाकातें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर बातचीत की औपचारिक शुरुआत के मद्देनजर दोनों दलों के बीच संबंधों को मजबूत करने की कवायद का हिस्सा है.


कमल हासन ने जून में की थी राहुल गांधी से मुलाकात
हसन ने हाल ही में संकेत दिया था कि वह आम चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार हैं जबकि, उन्होंने अन्नाद्रमुक और द्रमुक दोनों का विरोध किया. हसन ने जून में गांधी से मुलाकात की थी. एमएनएम प्रमुख ने यह भी उम्मीद जताई थी कि द्रमुक और कांग्रेस के बीच गठबंधन टूट सकता है. पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन में कांग्रेस के अलावा इंडियन मुस्लिम लीग और एमएमके भी शामिल थीं. बहरहाल, अगले साल होने वाले चुनाव के लिए तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. 


आंध्र के सीएम चंद्रबाबू ने की स्टालिन से मुलाकात 
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के अभियान के तौर पर शुक्रवार को स्टालिन से मुलाकात की.


(इनपुट भाषा से)