Congress Meeting: मतलब गठबंधन का साथ बस यहीं तक! लोकसभा नतीजों से गदगद कांग्रेस अब अकेले लड़ेगी चुनाव?
लोकसभा के चुनावी नतीजों से उत्साहित कांग्रेस एक बार फिर पुराना वैभव और खोई ताकत हासिल करने के लिए काम कर रही है. बीते 5 सालों में लोकसभा में अपनी ताकत दोगुनी करने वाली कांग्रेस अब राज्यों की सत्ता में वापसी के लिए मंथन कर रही है.
Assembly elections 2024: लोकसभा के चुनावी नतीजों से उत्साहित कांग्रेस एक बार फिर पुराना वैभव और खोई ताकत हासिल करने के लिए काम कर रही है. बीते 5 सालों में लोकसभा में अपनी ताकत दोगुनी करने वाली कांग्रेस अब राज्यों की सत्ता में वापसी के लिए मंथन कर रही है. ऐसे में इंडिया गठबंधन के बैनर तले कामयाबी हासिल करने वाली कांग्रेस विधानसभा चुनावों के लिए चौंकाने वाला फैसला ले सकती है. दरअसल 2024 के विधानसभा चुनावों के लिए स्टेट यूनिट्स के साथ पार्टी के बड़े नेताओं की बैठकें जारी हैं. इसी सिलसिले में झारखंड और हरियाणा के बाद आज जम्मू कश्मीर पर कांग्रेस का मंथन होना है, जहां फिलहाल चुनावों की घोषणा नहीं हुई है. हांलाकि चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही वहां चुनावों का ऐलान हो सकता है.
कांग्रेस विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी?
राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर जारी बैठकों को लकर आज दीपक बाबरिया, राज बब्बर समेत कई नेताओं ने मंथन किया. विधानसभा के चुनावों में कांग्रेस की रणनीति को लेकर दीपक बाबरिया ने कहा, 'कांग्रेस विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी, यही समझ आज हमारे पास है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल ने आज पार्टी की हरियाणा इकाई के 40 नेताओं के साथ बैठक की है. पिछले लोकसभा चुनाव यानी 2024 में हरियाणा में हमारा वोट शेयर बढ़कर 47.69% हो गया. राहुल गांधी ने वोट प्रतिशत बढ़ने की सराहना की है. उन्होंने राज्य में एकजुट होकर काम करने और राज्य विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने को कहा है. हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि हम राज्य विधानसभा चुनावों में जीतेंगे और 70 से अधिक सीटें हासिल करेंगे.'
Haryana Assembly Election 2024: छोटे नेताओं को दो टूक चेतावनी
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के मुताबिक सभी नेताओं को निर्देश जारी किए गए हैं कि पार्टी के किसी भी मतभेद के संबंध में कोई भी सार्वजनिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए. माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व ने किरण चौधरी और उनकी पुत्री श्रुति चौधरी के कांग्रेस छोड़ने के बाद कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला की ओर से दिए गए बयानों की पृष्ठभूमि में ये निर्देश जारी किए हैं. इस अहम बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘X’ पर लिखा- ‘हरियाणा के किसानों और नौजवानों को बीजेपी ने धोखा दिया है. कांग्रेस पार्टी के सभी नवनिर्वाचित सांसदों और हर एक कांग्रेस कार्यकर्त्ता को बहुत-बहुत बधाई. आने वाले चुनाव में हमें सभी छत्तीस बिरादरी के लोगों का विश्वास हासिल करना है.’
हरियाणा में रैली करेंगे राहुल गांधी
गुरुग्राम से लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद राज बब्बर (Raj babbar) लगातार हरियाणा कांग्रेस के कार्यक्रमों में एक्टिव हैं. आज की मीटिंग को लेकर राज बब्बर ने कहा, 'बैठक में आगामी (हरियाणा) विधानसभा चुनाव पर चर्चा हुई और सभी नेताओं ने अपने विचार रखे. हम हरियाणा को लेकर उत्साहित हैं.' वहीं जब उनसे पत्रकारों ने ये पूछा कि क्या राहुल गांधी का हरियाणा में कोई कार्यक्रम होने वाला है, तो उन्होंने इसका जवाब हां में दिया.
किन राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव?
कांग्रेस ने हालिया लोकसभा चुनाव में हरियाणा की कुल 10 सीट में से पांच सीट पर जीत हासिल की. हरियाणा में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कांग्रेस हरियाणा को लेकर ज्यादा मुखर होकर काम कर रही है. वहीं झारखंड की बात करें तो राज्य विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election 2024) से पहले झारखंड बीजेपी की तरफ से गठबंधन की सरकार के खिलाफ आरोप पत्र लाने की तैयारी में है, ऐसे में उसे काउंटर करने के साथ कांग्रेस झारखंड में भी पूरी मेहनत कर रही है. झारखंड विधानसभा चुनाव राज्य विधानसभा की 81 सीटों पर चुनाव नवंबर या दिसंबर 2024 में प्रस्तावित झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त होने वाला है. इसके अलावा महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव होने हैं. सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र में लोकसभा के नतीजों से उत्साहित कांग्रेस वहां भी अपनी रणनीति बनाने में व्यस्त है.
दरअसल लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा के बीच बीजेपी ने 2024 के विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है. शिवराज सिंह चौहान को झारखंड जीतने की जिम्मेदारी थमाते हुए बीजेपी नेतृत्व ने महाराष्ट्र, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के लिए भी चुनाव प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी भी लगातार 2024 के विधानसभा चुनावों पर फोकस बनाए हुए है.