Conversation between PM Narendra Modi and UN Secretary General: अफ्रीका के हिंसाग्रस्त देश कांगो में भारत के 2 जवानों की हत्या पर पीएम नरेंद्र मोदी गंभीर हैं. उन्होंने शुक्रवार को UN के महासचिव एंतोनियो गुतारेस (Antonio Guterres) को फोन मिलाया और उनसे इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की. पीएम मोदी ने गुतारेस से कहा कि हमले के आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए जल्द जांच शुरू करवाई जानी चाहिए. गुतारेस ने उनकी मांग से सहमति जताई और कहा कि इस पूरे घटनाक्रम की जल्द जांच शुरू करवाई जाएगी और जो भी लोग इस हमले के दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. 


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कांगो में तैनात हैं BSF के जवान


बताते चलें कि कांगो (Congo) में यूएन के शांति मिशन में भारत की ओर से बीएसएफ (BSF) के जवान तैनात हैं. वहां हिंसा पर उतारू भीड़ ने यूएन के एक कैंप पर हमला कर दिया, जिसमें भारत के 2 जवान मारे गए, जबकि मोरक्को के भी एक सैनिक को जान गंवानी पड़ी थी. अपने जवानों की इस हत्या पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया है. उसने इस मामले में कड़ाई से जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक बुलाई थी. 


भारत ने बुलाई थी UNSC की बैठक


भारत फिलहाल इस परिषद (UNSC) का अस्थाई सदस्य है. बंद कमरे में हुई इस बैठक में भारत ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. भारत की इस सख्ती का असर भी अगले दिन दिखाई दिया था. एक दिन बाद ही परिषद ने बयान जारी कर कांगो (Congo) में यूएन बेस पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की गई थी. साथ ही कांगो के अफसरों से इन हमलों की तेजी से जांच करवाने और दोषियों को कानून के कटघरे में खड़ा करने की अपील की थी. 
 
पीएम मोदी ने गुतारेस को मिलाया फोन


UNSC की इस बैठक के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार रात को यूएन के महासचिव एंतोनियो गुतारेस (Antonio Guterres) को फोन मिला दिया. पीएम मोदी ने उन्हें बताया कि भारत ने यूएन के शांति मिशनों में लगातार सक्रिय भूमिका निभाई है. उसके ढाई लाख जवान अपनी जान जोखिम में डालकर इन अभियानों में ड्यूटी कर चुके हैं. इस दौरान 177 जवान ड्यूटी के दौरान शहीद भी हुए हैं. इसके बावजूद भारत अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटा है. पीएम ने कहा कि भारत अपने एक-एक जवान की जान को बहुत अहमियत देता है और इस घटना के दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग करता है. 


26 जुलाई को हुआ था जवानों पर हमला


गुतारेस (Antonio Guterres) ने कांगो (Congo) में हुए हमले में बीएसएफ (BSF) के शहीद जवानों के परिवार वालों के प्रति संवेदना जताई. उन्होंने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कांगो के अधिकारियों से अनुरोध किया गया है. बताते चलें कि कांगो के उत्तरी किवु में यूएन की शांति सेना ने अपना बेस बना रखा है. वहां पर 26 जुलाई को हमले में बीएसएफ के 2 जवानों हेड कांस्टेबल शिशुपाल सिंह और सांवला राम विश्नोई शहीद हो गए थे. उनके अलावा मोरक्को के भी एक सैनिक की मौत हो गई थी. 



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