COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Antibody Dependent Enhancement: भारत में गुरुवार को कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों का आंकड़ा एक लाख (1,04,555) को पार कर गया. एक ही दिन में लगभग 19 हजार (18,819) मामले दर्ज हुए हैं. हमेशा की तरह देश में केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले दर्ज हो रहे हैं.  हालांकि, भारत में इस बार मौतों का आंकड़ा और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या काफी कंट्रोल में है. भारत में पिछले 24 घंटे में 39 मौतें दर्ज हुई हैं. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 7 मौतें दर्ज की गई हैं. जबकि, यूपी में भी 4 मौतें दर्ज हुई हैं. 


एम्स के डॉक्टर को हुआ कोरोना


एम्स के न्यूरोसर्जन डॉक्टर दीपक गुप्ता को हाल ही में तीर्थ यात्रा से लौटने पर कोरोना वायरस ने जकड़ लिया. उनके परिवार में सभी को बुखार हुआ. 2020 में कोविड की पहली लहर में अपनी मां को गंवा चुके डॉक्टर गुप्ता लोगों से सावधान रहने की अपील कर रहे हैं.


इन देशों में खतरे की घंटी


वहीं, सिंगापुर और साउथ कोरिया जैसे देशों के लिए इस वक्त खतरे की घंटी बज रही है. कोरोना इन दोनों देशों में पीक पर है. साउथ कोरिया की जनसंख्या 5 करोड़ से कुछ ही ज्यादा है, लेकिन वहां रोजाना 10 हजार के करीब केस रिपोर्ट हो रहे हैं. इससे पहले वहां कोरोना के इतने ज्यादा मालमे कभी देखे नहीं गए. वहां अब तक कोरोना से 24 हजार लोगों की जान जा चुकी है.0


सिंगापुर में ओमिक्रॉन बरपा रहा कहर


इसी तरह सिंगापुर में वैक्सीनेशन 100% होने के बावजूद ओमिक्रॉन वेरिएंट कहर बरपा रहा है. AIIMS के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर और कोवैक्सीन के प्रमुख रिसर्चर डॉक्टर संजय राय के मुताबिक, विकसित देश इस समय ADE यानी Antibody Dependent Enhancement से जूझ रहे हैं.


एंडीबॉडी नहीं कर रही काम


जिन देशों में वैक्सीन का कार्यक्रम पूरा है और उन देशों में ज्यादा बड़ी आबादी को अब तक कोरोना नहीं हुआ है. ऐसे देशों में अब वैक्सीनेशन के बाद संक्रमण होने पर लोगों में एंटीबॉडी ज्यादा बन रही है, लेकिन वैक्सीन से बनी ये एंटीबॉडी ओमिक्रॉन के खिलाफ काम नहीं कर पा रही, क्योंकि वैवैक्सीन पुराने कोरोना वायरस पर रिसर्च करके बनाई गई है और Omicron नया Mutant है, इसलिए  Omicron का संक्रमण भी उन लोगों पर भारी पड़ रहा है.


सावधान रहने की जरूरत


इन लोगो को अगर पहले कोरोना हो चुका होता तो नेचुरल एंटीबॉडी से बचाव बेहतर होता. भारत का मामला इसलिए कंट्रोल में है, क्योंकि एक बड़ी आबादी को कोरोना हो चुका है और लोग रिकवर कर चुके हैं, लेकिन नए संक्रमण और वेरिएंट से सावधान रहना जरूरी है.


ये भी पढ़ेंः Kanhaiya Lal murder case: सीएम गहलोत ने की कन्हैया के परिवार से मुलाकात, कहा- फांसी की सजा दिलाने की होगी कोशिश
LIVE TV