Corona: Maharashtra में लग सकता है 8 दिनों का Lockdown? CM उद्धव ठाकरे 2 दिनों में लेंगे फैसला
महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में लॉकडाउन को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. विपक्षी बीजेपी के अलावा कांग्रेस के कई नेताओं ने भी लॉकडाउन (Lockdown) का विरोध किया.
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों पर कंट्रोल करने के लिए सर्वदलीय बैठक हुई. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस, अशोक चव्हाण, प्रवीण दरेकर, चंद्रकांत पाटील और एकनाथ शिंदे समेत कई नेता शामिल हुए.
15 से 21 अप्रैल के बीच में हालात गंभीर होंगे?
बैठक में बोलते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में 15 अप्रैल से 21 अप्रैल तक हालात गंभीर हो सकते हैं. ऐसे में लॉकडाउन (Lockdown) के अलावा कोई दूसरा उपाय फिलहाल उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें कोरोना की इस चेन को ब्रेक करने की ज़रूरत है. इसके लिए सभी दलों को एक स्वर में फैसला लेना होगा. उन्होंने कहा कि हमारे सामने एक तरफ कुआं और दूसरी ओर खाई वाली स्थिति है. ऐसे में हमें कोई ठोस फैसला लेना ही होगा.
राज्य में लग सकता है 8 दिनों का लॉकडाउन
उन्होंने कहा,'मैं ये नहीं बोल रहा हूं ये एक या दो महीने चलेगा लेकिन हमें कुछ सहन करना ही होगा.' CM ठाकरे ने संकेत दिया कि महाराष्ट्र में 15 से 21 अप्रैल तक 8 दिनों का लॉकडाउन लग सकता है. सीएम ठाकरे ने कहा,'मैं इस बारे में एक-दो दिन में फैसला करूंगा. हम देखेंगे कि इस हालात में हम किसकी मदद कर सकते हैं और किसकी नहीं. कल हम इस मुद्दे पर कोरोना टास्क फोर्स के साथ बैठक करेंगे.कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं. कह रहे हैं कि कोरोना कोई बीमारी नहीं है. अगर हमें लहर को रोकना है तो सख्त लाकडाउन करना ही होगा.'
रोजाना आ रहे हैं 55 हजार नए मामले
महाराष्ट्र (Maharashtra) के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रदेश में रोजाना 55 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. इसे रोकने के लिए कोरोना वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ाने की जरूरत है. इसके लिए राज्य में ICU और वेंटिलेटर बेड्स बढ़ाने की जरूरत है. खासकर मुंबई , पुणे और नागपुर में हमें ये सब उपाय करने ही होंगे. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को 50 हजार रेमडेसिवर की ज़रूरत है. आने वाले दिनों में यह जरूरत एक लाख तक हो सकती है.
बीच का रास्ता निकालने की जरूरत
उद्धव सरकार में कैबिनेट मंत्री और राज्य के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कहा कि हमें कोरोना पर नियंत्रण के लिए काम करने की जरूरत है लेकिन हमें उन गरीबों के बारे में भी सोचना होगा, जो रोज कमाकर खाते हैं. उन्होंने कहा कि हमें लॉकडाउन के बजाय कोई बीच का रास्ता निकालना होगा. जिससे कोरोना की ये चेन भी टूटे और लोगों की जिंदगी भी प्रभावित न हो.
'राज्य में लॉकडाउन लगना चाहिए'
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा कि कोरोना (Coronavirus) पर हमें सख्त फैसले लेने ही होंगे, तभी कोरोना की ये चेन टूटेगी. उन्होंने कहा कि सरकार को अब कड़े फैसले लेने चाहिए. उसे राज्य में लॉकडाउन (Lockdown) घोषित करना चाहिए.
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'लॉकडाउन से भड़क जाएंगे लोग'
बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व देवेंद्र फडणवीस ने बैठक में कहा, 'हमें आम लोगों की परिस्थिति को समझने की जरूरत है. हम इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं करना चाहते लेकिन सरकार को ये बात अपने मंत्रियों को भी बतानी चाहिए. वे जब केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हैं तो हमें जवाब देना होता है. हम सरकार के साथ हर प्रकार का सहयोग करने को तैयार है. उन्होंने कहा कि अगर एक बार फिर से लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया तो लोगों का गुस्सा फूट जाएगा.
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