नई दिल्ली: क्या भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कमबैक हो रहा है. महाराष्ट्र के नागपुर में लॉकडाउन की घोषणा हो गई है. नागपुर में 11 से 15 मार्च तक लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसी के साथ उद्धव सरकार ने चेताया है कि अगर लोगों ने सावधानियां नहीं बरतीं तो महाराष्ट्र के कई जिलों में लॉकडाउन लगाने की नौबत आ जाएगी. इसी तरह राजधानी दिल्ली में भी एक बार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.


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ये हम सबके लिए अलार्म है. देश में कोरोना के बढ़ते मामले हर शहर के लिए खतरे की घंटी बजा रहे हैं. पिछले साल आज ही के दिन 11 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना को वैश्विक महामारी घोषित किया था और एक साल बाद फिर से कोरोना का डर लौट आया है. जो मामले घट रहे थे वो क्यों बढ़े हैं और हम कोरोना से लड़ाई जीतते जीतते हारने के कगार पर क्यों पहुंच रहे हैं? ये गलती किसकी है?


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देश में कोरोना का कमबैक तो नहीं?


महाशिवरात्रि के दिन देशभर के मंदिरों में भीड़ ने आज श्रद्धा का रिकॉर्ड बनाया और देश ने कोरोना वायरस के नए केस का रिकॉर्ड बनाया है. लोग महाशिवरात्रि के अवसर पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसी बातें भूल गए. ऐसी छोटी-छोटी वजहें भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी कर रही हैं. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 22 हजार 854 मामले सामने आए हैं और 126 लोगों की मौत हुई है. तस्वीरें और आंकड़े दोनों डरा रहे हैं कि कहीं ये कोरोना का कमबैक तो नहीं है.


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महाराष्ट्र से आए हैं सबसे ज्यादा मामले


देश के कुल मामलों में से आधे केवल एक राज्य महाराष्ट्र से हैं. महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 13 हजार 659 मामले दर्ज किए गए हैं और 56 लोगों की मौत हो गई है. महाराष्ट्र के बाद दूसरे और तीसरे नंबर पर केरल और पंजाब हैं. पिछले 24 घंटे में केरल में 2316 नए मामले सामने आए तो पंजाब में 1027 नए केस दर्ज किए गए हैं. देश में इस समय कोरोना के कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 1 लाख 89 हजार 226 है.


क्या कोरोना के बढ़ते मामलों से बचा पाएगी वैक्सीन?


महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने आज (11 मार्च) कोरोना से बचाने वाली वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है, लेकिन महाराष्ट्र के कई शहरों को वैक्सीन से भी आराम मिलता नहीं दिखाई दे रहा है. महाराष्ट्र में जलगांव और नागपुर में लॉकडाउन लगा दिया गया है. देश के कुल मामलों के आधे से ज्यादा केवल महाराष्ट्र से आ रहे हैं और अब खतरा ये भी है कि महाराष्ट्र में बेलगाम हो रहा कोरोना संक्रमण अब दूसरे राज्यों में भी फैलता दिख रहा है. सवाल ये है कि अगर लोगों ने आदते नहीं बदली तो क्या वैक्सीन कोरोना के बढ़ते मामलों से हमें बचा पाएगी.


मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग भूल चुके लोग


देश की राजधानी दिल्ली के हालात भी बहुत अच्छे नहीं हैं. दिल्ली में दो महीने बाद कोरोना मरीजों का एक दिन का आंकड़ा 370 पहुंच गया है, जबकि 16 फरवरी को दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या 94 दर्ज हुई थी. जो अब तक का सबसे कम है. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग भूल चुके लोग अब कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते करते थक चुके हैं.


वैक्सीन की कामयाबी पर भारी ना पड़ जाएं नए केस


विश्व में वैक्सीनेशन की रफ्तार में भारत दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है. अमेरिका में अब तक 9 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई गई हैं, जबकि भारत में 2 करोड़ 56 लाख वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं. अमेरिका रोजाना 21 लाख डोज लगा रहा है और भारत में तकरीबन 13 लाख डोज प्रतिदिन दिया जा रहा है. लेकिन अब डर ये है कि कहीं वैक्सीन की कामयाबी पर कोरोना वायरस के बढ़ते मामले हावी ना हो जाएं.
(इनपुट- पृथुकीर्ति सिंह)


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