नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (coronavirus) से संक्रमित मरीजों की संख्या 5 लाख के आंकड़े को पार कर चुकी है. संक्रमित लोगों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी हो रही है. शनिवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 18,552 मामले सामने आए. देश में इस महामारी से अब तक 15,685 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के मुताबिक देशभर के कोविड-19 के 85.5% इलाजरत मरीज और देश में इस महामारी से हुई कुल मौत में 87 प्रतिशत महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु समेत आठ राज्यों से हैं.  


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मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "फिलहाल आठ राज्यों- महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, तेलंगाना, गुजरात, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल- से कुल इलाजरत मरीजों में 85.5 प्रतिशत है, जबकि देश में महामारी से होने वाली 87 प्रतिशत मौतें भी इन्हीं राज्यों में दर्ज की गई हैं." 


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश में कोविड-19 मरीजों के रिकवरी रेट में तेजी से सुधार हो रहा है और अब यह 58 प्रतिशत से ज्यादा है, जबकि संक्रमण से होने वाली मृत्यु की दर करीब तीन प्रतिशत है. उन्होंने कहा, "कोविड-19 के करीब तीन लाख मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं.  बाकि बचे मरीजों में से भी ज्यादातर संक्रमण मुक्त हुए हैं. हमारे यहां मृत्यु दर तीन प्रतिशत के करीब है, जो दुनिया में सबसे कम है." उन्होंने बताया कि डबलिंग रेट में भी सुधार हुआ है और अब यह 19 दिन है. 


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15 केंद्रीय दल राज्यों की मदद के लिए तैनात
मंत्रालय ने कहा कि उसने मंत्रिसमूह को उसकी 17वीं बैठक के दौरान महामारी से ठीक होने वालों की दर और मृत्यु दर के साथ ही संक्रमण के मामलों के दोगुना होने की दर तथा विभिन्न राज्यों में जांच की संख्या बढ़ाए जाने के बारे में भी जानकारी दी. उसने मंत्रिसमूह को बताया कि जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों, महामारी विशेषज्ञों और संयुक्त सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों वाले 15 केंद्रीय दलों को राज्यों की मदद के लिए तैनात किया गया है. 


मंत्रालय ने बताया कि केंद्र का एक अन्य दल फिलहाल गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना का दौरा कर वहां कोविड-19 प्रबंधन के लिए किए जा रहे प्रयासों को मजबूती दे रहा है. मंत्रिसमूह को संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने और संभावित हॉटस्पॉट क्षेत्रों की बारे में जानकारी देने में 'आईटीआईएचएएस' और आरोग्य सेतु ऐप की उपयोगिता के बारे में भी जानकारी दी गई. 


बयान में कहा गया कि उसने मंत्रिसमूह को यह भी बताया कि राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को लगातार उन क्षेत्रों के बारे में जानकारी दी जा रही है जिन पर ध्यान देना है. इसके अलावा रोकथाम के लिए किए जाने वाले उपायों, निगरानी, जांच क्षमता का पूर्ण इस्तेमाल, बुजुर्गों और पहले से दूसरी बीमारी से ग्रस्त लोगों पर ध्यान देना तथा तकनीक का इस्तेमाल करते हुए संभावित हॉटस्पॉट को लेकर पहले से कैसे तैयारी करनी है इस बारे में भी मंत्रालय राज्यों के संपर्क में है. 


(इनपुट: भाषा)


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