नई दिल्लीः कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए ताजा स्ट्रेन के सामने आने से दुनिया भर में एक बार फिर से खौफ पैदा हो गया है. ब्रिटेन में एक बार फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसके साथ ही अन्य देश भी ब्रिटेन से आना-जाना पूरी तरह से बंद कर रहे हैं.  इसे देखते हुए भारत सरकार ने 22 दिसंबर से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइटों पर रोक लगा दी है. इस बीच लंदन से भारत पहुंचे 7 यात्री कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाए गए हैं और इसके बाद नए स्ट्रेन के भारत पहुंचने का डर सताने लगा है. लेकिन इन तमाम नकारात्‍मक खबरों के बीच वह घड़ी भी नजदीक आ रही है जिसका सभी को इंतजार है.


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इंतजार होगा खत्म
हमारी सहयोगी वेबसाइट Zeebiz.com के मुताबिक Pfizer/BioNTech वैक्सीन की पहली खुराक 28 दिसंबर को भारत आ रही है. वैक्सीन का दिल्ली पहुंचना अहम माना जा रहा है. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के CEO विदेह जयपुरिया (Videha Jaipuria) के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल्स पर वैक्सीन की मेंटेनेंस के लिए कूल चैंबर्स बनाए गए हैं. वैक्सीन को सुरक्षित स्टोर करने के लिए डीप फ्रीजर भी रखे गए हैं. पहली खेप जैसे ही दिल्ली पहुंचेगी उसे दिल्ली एयरपोर्ट के कूल चैंबर्स से राजीव गांधी अस्पताल में ले जाया जाएगा. यहां डीप फ्रीजर में इसे रखा जाएगा. 


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-70 डिग्री पर स्टोर होगी वैक्सीन
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में कुछ डीप फ्रीजर पहुंचाए हैं. बाकी बचे हुए डीप फ्रीजर 25 दिसंबर तक यहां लाए जाएंगे. कुल 90 डीप फ्रीजर होंगे. आने वाली 28 दिसंबर को Pfizer कोरोना वैक्सीन का पहला कंसाइनमेंट यहां पहुंचेगा. वैक्सीन को -70 डिग्री तापमान में रखा जाना है. इसलिए डीप फ्रीजर के साथ दूसरे उपकरण भी यहां लगाए गए हैं. बता दें, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन पहले ही साफ कर चुके हैं कि नए साल में वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा.


30 करोड़ लोगों को लगेगी वैक्सीन
विशेषज्ञों की सलाह से सरकार ने कोरोना वैक्सीन के लिए 30 करोड़ लोगों को प्राथमिकता दी है. इनमें स्वास्थ्यकर्मी, सेना, पुलिस, स्वच्छता कर्मचारी और 50 साल से ऊपर के लोग शामिल हैं. इसके अलावा गंभीर बीमारी से पीड़ित 50 साल से कम उम्र के लोगों को भी शामिल किया गया है.


3 कंपनियों ने मांगा इमरजेंसी अप्रूवल
भारत में वैक्सीन बनाने का काम चल रहा है. भारतीय कंपनी भारत बायोटेक इस स्वदेशी वैक्सीन पर तेजी से ट्रायल कर रही है. तीसरे चरण के ट्रायल के लिए 13000 वॉलंटियर्स भी शामिल हो गए हैं. वहीं, 3 कंपनियों ने भारत में वैक्सीनेशन के लिए इमरजेंसी अप्रूवल मांगा है. लेकिन, अभी तक किसी कंपनी को अप्रूवल नहीं दिया गया है. उम्मीद की जा रही है कि जनवरी मध्य तक वैक्सीन देने का काम शुरू होगा.