WHO ने COVID-19 को 30 जनवरी 2020 में ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी (Public Health Emergency of International Concern) घोषित किया था और 11 मार्च 2020 को COVID-19 को महामारी घोषित किया था लेकिन अब 3 साल के बाद WHO ने COVID-19 के घटते मामले को देखते हुए और विशेषज्ञों की सलाह पर अमल करते हुए कोरोना को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की श्रेणी से हटा दिया है.



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प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए WHO के प्रमुख डॉ टेडरॉस ने बताया कि कल WHO की इमरजेंसी कमेटी के  विशेषज्ञों की 15 वीं बैठक हुई थी जिसमें WHO को सलाह दी गई कि WHO कोरोना महामारी को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की श्रेणी से हटा दे.


WHO यदि किसी बीमारी को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी (Public Health Emergency of International Concern) घोषित करता है तो उसके सभी सदस्य देश भी उस बीमारी हेल्थ इमरजेंसी के रूप में घोषित करने के लिए बाध्य हो जाते हैं और इसके फैलाव को रोकने के लिए देशों को कठोर कदम उठाने होते हैं.


COVID-19 को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की श्रेणी से हटाते हुए WHO ने यह भी साफ किया कि अभी भी कोरोना से लोग मर रहे हैं, बीमार हो रहे हैं, ICU में भर्ती हो रहे हैं, ऐसे में सावधानी बनाए रखने की जरूरत अभी भी है. WHO ने यह भी साफ किया की COVID-19 को सिर्फ ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की श्रेणी से हटाया जा रहा है, जबकि COVID-19 का महामारी का दर्जा अभी भी जारी रहेगा.


बताते चले कि WHO ने जब 30 जनवरी 2020 को COVID-19 को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी (Public Health Emergency of International Concern) घोषित किया था तब 213 लोगों की COVID-19 से जान गई थी, जबकि आज 3 साल 4 महीने और 6 दिन के बाद जब WHO COVID-19 को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की श्रेणी से हटा रहा है तब विश्वभर में 69 लाख से ज्यादा लोग इन 3 वर्षो में अपनी जान COVID-19 महामारी से गवां चुके हैं.