Moist Commanders on Target: जंगलों और गांव में छुपकर बैठे नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन के लिए एक विशेष रणनीति बनाई है. ज़ी मीडिया को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के बॉर्डर के इलाकों में नेशनल टेक्निकल रीसर्च ऑर्गनाइजेशन (NTRO) की मदद से इन इलाकों से गुजरने वाले सभी रास्तों की मैपिंग की जाएगी जिससे सुरक्षाबलों को ऑपरेशन के दौरान सभी रास्तों की पहले से जानकारी रहे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के बॉर्डर के कई ऐसे इलाके हैं जो नक्सलियों के गढ़ हैं. इनमें से ज्यादातर इलाकों से गुजरने वाले रास्तों की सटीक जानकारी न होने से ऑपरेशन के दौरान नक्सली सुरक्षाबलों को चकमा देकर भाग जाते हैं. इन राज्यों के बॉर्डर पर करीब ऐसे 125 गांव हैं जिनमें भी नक्सली कई बार जाकर छुप जाते हैं. ऐसे में इन गांवों की तरफ आने जाने वाले रास्तों की भी मैपिंग कराई जा रही है. जब भी सुरक्षाबल ऑपरेशन के लिए तैनात होंगे उन्हें GPS के जरिए पहले से ही सभी रास्तों की जानकारी उपलब्ध होगी जिससे नक्सलियों के लिए वहां से भाग निकालना मुश्किल होगा.


केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक सुरक्षाबल नक्सलियों के टॉप पांच नक्सल कमांडर्स की लिस्ट बनाई है जिनके खिलाफ विशेष ऑपरेशन चलाया जाएगा. इन नक्सल कमांडर्स की पूरी लिस्ट ज़ी मीडिया के पास मौजूद है.


पांच टॉप नक्सली कमांडर जो मोस्ट वांटेड है उनके नाम हैं...


1. नामबला केशव रॉव- केंद्रीय समिति सदस्य, श्रीकाकुलम, एपी.


2.मुप्पला लक्माना राव- केंद्रीय समिति सदस्य,करीमनगर, तेलंगाना.


3. मल्लोजुला वेणुगोपाल - केंद्रीय समिति सदस्य, करीमनगर, तेलंगाना.


4. थिपपरी तिरुपति- केंद्रीय समिति सदस्य, करीमनगर, तेलंगाना.


5. कताकम सुदर्शन-केंद्रीय समिति सदस्य, अदिलाबाद, तेलंगाना