रक्षा मंत्री सीतारमण का कांग्रेस पर पलटवार, कहा- `हमने 9% कम कीमत पर खरीदा राफेल`
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा `2014 तक कांग्रेस राफेल डील क्यों नहीं कर पाई. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है.`
नई दिल्ली : रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को राफेल विमान सौदे में कांग्रेस की ओर से सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों पर पलटवार किया. लोकसभा में राफेल सौदे पर हुई चर्चा के जवाब में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि समय पर विमानों की खरीद प्राथमिकता में होना चाहिए. उन्होंने राफेल डील पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा 'जो लोग भारतीय वायुसेना को विमान नहीं दे पाए वो आज सवाल कर रहे हैं. यूपीए सरकार ने 8 साल सिर्फ सौदेबाजी में खराब किए. हमारी सरकार ने राफेल को 9 फीसदी कम कीमत पर खरीदा है.'
'हम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से हर जानकारी नहीं दे सकते'
उन्होंने कहा कि 2014 तक कांग्रेस राफेल डील क्यों नहीं कर पाई. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है. उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस राफेल को क्यों नहीं ला पाई. सीतारमण ने कहा 'कांग्रेस हर बार राफेल डील के दाम क्यों बदलती रही. कांग्रेस ने किस आधार पर राफेल डील की कीमत 526 करोड़ बताई. देश के लिए हमने बेहतर सौदा किया है. हम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से हर जानकारी नहीं दे सकते.'
सितंबर 2019 तक पहला राफेल विमान मिलेगा
उन्होंने कहा कि सितंबर 2019 तक पहला राफेल विमान देश में आ जाएगा. इसके साथ ही 2022 तक सभी 36 विमान भारत को मिल जाएंगे. इस सौदेबाजी को मात्र 14 महीने में पूरा कर लिया गया. उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता में रखकर रक्षा क्षेत्र में सौदेबाजी करते हैं.
'कांग्रेस घडि़याली आंसू बहा रही है'
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब राहुल गांधी ने बेंगलुरु में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के पास कहा था कि 'राफेल आपका अधिकार है, इसे आपको ही बनाना चाहिए था.' उन्होंने कहा कि एचएएल के लिए कांग्रेस घडि़याली आंसू बहा रही है.
कांग्रेस गतिरोध उत्पन्न करना चाहती थी : रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा कि चीन और पाकिस्तान युद्धक साजोसामान का बड़ा बेड़ा तैयार करने में जुटे हैं. समय पर रक्षा उपकरण खरीदना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. हमें इसकी जरूरत समझनी चाहिए. जबकि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार सिर्फ 18 लड़ाकू विमान खरीदना चाहती थी. वह गतिरोध उत्पन्न करना चाहती थी.