Delhi NCR AQI 26 November Latest Update: दिल्ली-एनसीआर में  प्रदूषण का स्तर लगातार खराब बना हुआ है. इस वजह से कई इलाकों में आसमान में धुंध की चादर छाई नजर आ रही है. दमघोंटू हवा की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश की समस्या हो रही है. दिल्ली के अलावा नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत एनसीआर के सभी इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर है. इससे पहले शनिवार को धूप निकलने के बाद वायु गुणवत्ता (AQI) में आंशिक रूप से सुधार हुआ था, लेकिन यह अभी भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है.


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किस इलाके में कितना है AQI?


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अभी भी औसत एक्यूआई 400 के करीब बना हुआ है, जबकि एनसीआर के इलाकों में भी औसत एक्यूआई 350 के करीब है. दिल्ली में आज सुबह 5 बजे ओवरऑल एक्यूआई 385 दर्ज किया गया. दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 427, द्वारका में 387, पूसा में 381, लोधी रोड में 305, दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल 3 में 363 दर्ज किया गया. नोएडा में एक्यूआई 346, ग्रेटर नोएडा में 324, गाजियाबाद में 344, गुरुग्राम में 301 और फरीदाबाद में 382 दर्ज किया गया है.


दिल्ली वालों को प्रदूषण से कब मिलेगी राहत?


हवा की धीमी रफ्तार की वजह से प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही है. विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 5-6 दिन हवा में तेजी के कोई आसार नहीं है. इस वजह से प्रदूषण का स्तर खराब बना रह सकता है. हालांकि, इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में उतार-जढ़ाव आ सकता है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले 5-6 दिनों तक हवा की गुणवत्ता खराब रहने की आशंका है और कुछ इलाकों में धुंध की चादर छाई रहेगी. वायु गुणवत्ता पर नजर रखने वाली एजेंसियों को उम्मीद है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम संबंधी परिस्थितियों में रविवार से हल्का सुधार हो सकता है.


भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक वैज्ञानिक ने रविवार से पश्चिमोत्तर भारत को प्रभावित कर सकने वाले एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण मौसम संबंधी स्थितियों में संभावित सुधार के परिणामस्वरूप प्रदूषण से थोड़ी राहत मिलने का अनुमान जताया है. दिल्ली के एक्यूआई में पिछले रविवार (19 नवंबर) को मामूली सुधार के बाद से लगातार वृद्धि हो रही है.


शनिवार को AQI में आई थी गिरावट


इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में शनिवार को वायु गुणवत्ता आंशिक रूप से सुधरी, लेकिन अब भी वह ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में है. न्यूनतम तापमान में गिरावट और रात में हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषकों के एकत्र होने से दिल्ली में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को फिर से 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई थी. दिल्ली में 24 घंटे का औसत एक्यूआई प्रतिदिन शाम चार बजे दर्ज किया जाता है, जो शुक्रवार को 415, बृहस्पतिवार को 390, बुधवार को 394, मंगलवार को 365, सोमवार को 348 और रविवार (19 नवंबर) को 301 रहा था.


दिल्ली में नवंबर में 10 दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ रही है. पिछले साल नवंबर में दिल्ली में वायु गुणवत्ता तीन दिन गंभीर श्रेणी में रही थी, जबकि नवंबर 2021 में यह स्थिति 12 दिन रही थी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने जब से वायु गुणवत्ता सूचकांक पर नजर रखनी शुरू की है, तब से नवंबर में 2021 में सबसे अधिक दिन वायु गुणवत्ता ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में रही थी. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर 2020 में वायु गुणवत्ता नौ दिन, 2019 में सात दिन, 2018 में पांच दिन, 2017 में सात दिन, 2016 में 10 दिन और 2015 में छह दिन ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में रही थी.


कब कितना खतरनाक होता है प्रदूषण का स्तर


वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शून्य से 50 के बीच रहने पर हवा को ‘अच्छा’ और 51 और 100 के बीच रहने पर ‘संतोषजनक’ माना जाता है. अगर एक्यूआई 101 और 200 के बीच रहे तो इसे ‘मध्यम’ और 201 और 300 के बीच रहे तो ‘खराब’ माना जाता है. एक्यूआई 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’, 401 और 450 के बीच ‘गंभीर’ और 450 के ऊपर ‘अत्यंत गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)